मौसम बदलते ही बढ़ गए त्वचा रोगी, ये बरतें सावधानी Aligarh News

स्वास्थ्य विभाग की अोर से पिछले दिनों आयोजित किए गए जन आरोग्य मेले में इन बीमारियों के अलावा 23 फीसद मरीज त्वचा रोग से ग्रस्त पाए गए। विशेषज्ञों के अनुसार इस समय वातावरण में नमी छाई हुई है जो बैक्टीरिया व फंगस के लिए अनुकूल है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 04:58 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 04:58 PM (IST)
मौसम बदलते ही बढ़ गए त्वचा रोगी, ये बरतें सावधानी Aligarh News
वातावरण में नमी छाई हुई है, जो बैक्टीरिया व फंगस के लिए अनुकूल है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। जिले में डेंगू, मलेरिया व बुखार के बढ़ते प्रकोप से हर कोई परेशान है। हैरानी की बात ये है कि बुखार से ज्यादा मरीज अन्य बीमारियों के भी सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की अोर से पिछले दिनों आयोजित किए गए जन आरोग्य मेले में इन बीमारियों के अलावा 23 फीसद मरीज त्वचा रोग से ग्रस्त पाए गए। विशेषज्ञों के अनुसार इस समय वातावरण में नमी छाई हुई है, जो बैक्टीरिया व फंगस के लिए अनुकूल है।

त्‍वचा रोगी बढ़े

पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग की अोर से आयोजित आरोग्य मेलों में कुल 2515 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इसमें 742 पुरुष, 1410 महिलाएं और 363 बच्चे शामिल रहे। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इस दौरान 214 मरीज बुखार के पाए गए। जबकि, 603 मरीज विभिन्न प्रकार के त्वचा संबंधी रोगों से परेशान आए। दाद, खाज और खुजली के साथ एलर्जी के मरीज भी उपचार को पहुंचे। सभी को दवा के साथ सलाह भी दी गई। क्योंकि, त्वचा रोगी के संपर्क में आए अन्य लोग भी बीमार हो जाते हैं। इसके अलावा आंखों के 65, डायबिटीज के 92, एनीमिया के 38, लीवर के 15, संभावित टीबी के 11, प्रसव पूर्व जांच के 342 तथा अन्य रोगों के 810 रोगी पहुंचे। 39 लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया।

अस्पतालों में त्वचा रोगियों की भीड़

इन दिनों डेंगू व बुखार के रोगियों के अलावा सरकारी व निजी अस्पतालों में त्वचा रोग विशेषज्ञों के पास भी मरीजों की लाइन लगी हुई है। विशेषज्ञ उन्हें दवा के साथ बचाव के लिए भी परामर्श दे रहे हैं। होम्योपैथी चिकित्सकों के पास भी त्वचा रोगियों की काफी संख्या है। सीएमअो डा. आनंद उपाध्याय ने बताया कि आरोग्य मेले में काफी संख्या में त्वचा रोगी सामने आए। ज्यादातर मरीज उपचार भी नहीं करा रहे थे। इधर -उधर से स्टेरायड क्रीम खरीदकर काम चला रहे थे। दरअसल, चर्म रोगों के बढ़ने का कारण उमस और बारिश में भीगने के बाद लोग काफी समय तक गीले कपड़ों में गुजार देते हैं। शरीर को स्वच्छ पानी से साफ भी नहीं करते। इसलिए भीगते ही कपड़े बदलें और बदन को अच्छे से सुखाएं। त्वचा पर तेल आदि का इस्तेमाल न करें। ज्यादा दिक्कत होने पर चिकित्सक को दिखाएं।

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