अलीगढ़ में सोलह भट्टा मजदूरों को कराया बंधन मुक्त, अपनपाई ये रणनीति

शिकायत पर तहसीलदार कोल व श्रम विभाग के अधिकारियों ने कानपुर फिरोजाबाद हाथरस सहित चार परिवार के सोलह मजदूरों को भट्टे से बंधनमुक्त कराने के बाद मजदूरों को उनके घर भेजा है। जिसमें 18 वर्ष से 76 वर्ष तक उम्र के मजदूर थे।

By Sandeep kumar SaxenaEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 02:35 PM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 02:35 PM (IST)
अलीगढ़ में सोलह भट्टा मजदूरों को कराया बंधन मुक्त, अपनपाई ये रणनीति
सोलह मजदूरों को भट्टे से बंधनमुक्त कराने के बाद मजदूरों को उनके घर भेजा है।

अलीगढ़, जेएनएन। जनपद अलीगढ़ के अकराबाद थाना क्षेत्र के विजयगढ़ रोड पर स्थित एक ईंंट भट्टे पर काम कर रहे मजदूर को मजदूरी मांगने पर भट्टा में झौंक देने की  धमकी देने पर आक्रोश फेल गया था। मजदूरों  की  शिकायत पर तहसीलदार कोल व श्रम विभाग के अधिकारियों ने कानपुर, फिरोजाबाद, हाथरस सहित चार परिवार के सोलह मजदूरों को भट्टे से बंधनमुक्त कराने के  बाद मजदूरों को उनके घर भेजा है।  जिसमें 18 वर्ष से 76 वर्ष तक उम्र के मजदूर थे।

यह है मामला

 कस्बा के विजयगढ़ रोड पर स्थित एक ईंट भट्टे पर रंन्धौर पुत्र सूरजपाल, रोहित पुत्र सोहनलाल, शिवकुमारी पत्नी रोहित, मीरा देवी पत्नी रोहन लाल, निवासी गांव रतौली थाना नारखी फिरोजाबाद व मंटू पुत्र कमलेश व कन्हैयालाल पुत्र बाबूलाल, नगला  भूरा हाथरस ईंंट भट्टे पर करीब चार माह से मजदूरी करते  थे। मजदूर रंन्धौर ने बताया है। कि उन्हें राशन लाने के लिए पैसों की जरूरत थी, ठेकेदार को फोन पर बताया कि भट्टा मालिक से पैसे दिलवा दो जिससे वह अपने परिवार के लिए बाजार से राशन व अन्य जरूरी सामान ला सकें, जिस पर ठेकेदार पैसों को लेकर मना करने लगा व गाली गलौज करने लगा। पैसे ना देने पर मजदूरों ने कहा कि हम यहां से चले जाएंगे। मजदूरों का आरोप है। कि जिस पर ठेकेदार ने धमकी देते हुए कहा कि अगर झोपड़ी से बाहर कदम भी रखा तो भट्टे में झुकवा दूंगा। भट्टा ठेकेदार द्वारा दी गई धमकी की खबर  जिले की आलाधिकारियों को लगी,  जिले के अधिकारियों ने मामले की गंम्भीरता   को समझते हुए  तत्काल कार्यवाही हेतु तहसीलदार कोल संतोष कुमार, कानूनगो अकराबाद ओमपाल सिंह, लेखपाल अवधेश कुमार, तथा गंगेश नारायण को पुलिस बल के साथ मौके  भेजा।    

गांव भेजने की व्‍यवस्‍था की

भट्ठा मजदूरोंं की समस्या को सुनकर तहसीलदार ने  जिला श्रम अधिकारी को मामले की जानकारी दी,  जहां श्रम प्रवर्तन अधिकारी हिमांशु अग्रवाल  मौके पर पहुंची। उन्होंने  भट्ठा मजदूरों की समस्याओं को  सुनते हुए  भट्टे पर  बंधक बने सोनू  पुत्र नाथूराम,  नेहा पत्नी सोनू, गुड्डू देवी  पत्नी विजय,  रोहित  पुत्र सोहनलाल,  विजय पुत्र भगवान सिंह, रणधीर सिंह पुत्र सूरजपाल,  सोहनलाल पुत्र सूरजपाल, मीरा देवी पत्नी सोहनपाल, शिवकुमारी पत्नी रोहित निवासी गांव रतौली फिरोजाबाद, तथा प्रताप सिंह पुत्र टीकाराम निवासी गांव तारागढ़ी फिरोजाबाद, कन्हैया लाल पुत्र बाबूलाल, रीना देवी पत्नी कन्हैया लाल, शांंति देवी पत्नी बाबूलाल, निवासी  गांव नगला भूरा  हाथरस के साथ मंटू पुत्र कमलेश निवासी गांव पंडूगंज कानपुर को भट्टे से बंधन मुक्त कराते हुए  चारों परिवार के सोलह मजदूरों को बंधक मुक्त कराने के बाद अधिकारियों ने उन्हें उनके गांव भेजने के लिए व्यवस्था की है

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