AMU में गैर मुस्लिम छात्रा को हिजाब पहनाने के मामले में बिठाई जांच, सोशल मीडिया पर धमकी Aligarh News
एएमयू की छात्रा को सोशल मीडिया पर जबरन हिजाब पहनाने की धमकी से गरमाए माहौल के बीच इंतजामिया ने जांच बिठा दी है। टीम दो-तीन दिन में रिपोर्ट कुलपति को देगी।
अलीगढ़ [जेएनएन]: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) की छात्रा को सोशल मीडिया पर जबरन हिजाब पहनाने की धमकी से गरमाए माहौल के बीच इंतजामिया ने जांच बिठा दी है। टीम दो-तीन दिन में रिपोर्ट कुलपति को देगी। नरौरा (बुलंदशहर) निवासी छात्रा ने मंगलवार को इस मामले की रिपोर्ट बिहार के औरंगाबाद निवासी छात्र के खिलाफ दर्ज कराई थी।
एएमयू से बीटेक कर रही है छात्रा
एएमयू से बीटेक कर रही छात्रा ने सिविल लाइंस थाने मेें आइटी एक्ट के तहत छात्र रहमत दानिश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। छात्रा का आरोप है कि विवि में जब नागरिकता संशोधन कानून को लेकर प्रदर्शन हो रहे थे, तब उसने इस कानून का समर्थन किया था। इसको लेकर कुछ लोग उसका विरोध कर रहे हैं। छात्र पर आरोप है कि उसने सोशल मीडिया पर उसे चेतावनी दी है कि उसे अगर यहां रहकर पढऩा है तो यहां के तरीकों से चलना होगा। जब विवि खुलेगा तो हम हिजाब पहनना सिखा देंगे। मीडिया में यह मामला सुर्खियों में बना हुआ है।
कमेटी में प्रॉक्टर भी शामिल
एएमयू इंतजामिया ने असिस्टेंट प्रोफेसर पुष्मिका सरकार, डॉ. शीबा मंजूर व डॉ. अनवार अहमद को जांच सौंपी है। प्रॉक्टर प्रो. मोहम्मद वसीम अली ने बताया कि जांच टीम को दो-तीन दिन में रिपोर्ट देनी है। छात्र व छात्रा दोनों में से कोई कैंपस में नहीं रहा। दोनों का ई-मेल व फोन के जरिये पक्ष लिया जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी। मीडिया में ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि कैंपस में जबरन बुर्का पहनने का दवाब बनाया जाता है। इसकी भी जांच कराई जा रही है।
पुलिस ने मांगी छात्र की डिटेल
पुलिस ने एएमयू प्रशासन को पत्र लिखकर छात्र के बारे में पूरी जानकारी मांगी है। गुरुवार को एसआइ निजामुद्दीन ने एएमयू में जाकर भी जानकारी जुटाई। छात्र रहमत दानिश औरंगाबाद (बिहार) के नवादी रोड स्थित कलामी मोहल्ले का रहने वाला है। सीओ अनिल समानिया ने बताया कि छात्रा से भी संपर्क किया जा रहा है। पूरी जानकारी की जाएगी कि छात्र कब से परेशान कर रहा है। क्या पहले भी इसी छात्र ने कमेंट किए थे? सर्विलांस का भी सहारा लिया जा रहा है। बिहार पुलिस से संपर्क किया जाएगा। जरूरत पडऩे पर एक टीम बिहार भेजी जा सकती है।