साहब मेरा आशियाना भी ढह गया अब तो दे दो योजना का लाभ Aligarh news

इगलास क्षेत्र के गांव बलीपुर निवासी एक परिवार आज भी कच्चे व जर्जर मकान में दिन काटने को मजबूर है। सरकारी योजनाओं काे पात्रों तक पहुंचाने का ढिढोरा पीटने वाला प्रशासन दो साल में भी इस परिवार को पक्की छत नसीब नहीं करा सका।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 12:19 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 12:19 PM (IST)
साहब मेरा आशियाना भी ढह गया अब तो दे दो योजना का लाभ Aligarh news
गांव बलीपुर निवासी सत्यप्रकाश मकान गिरने के बाद खुलेे आसमान के नीचे परिवार के साथ।

अलीगढ़, योगेश कौशिक । इगलास क्षेत्र के गांव बलीपुर निवासी एक परिवार आज भी कच्चे व जर्जर मकान में दिन काटने को मजबूर है। सरकारी योजनाओं काे पात्रों तक पहुंचाने का ढिढोरा पीटने वाला प्रशासन दो साल में भी इस परिवार को पक्की छत नसीब नहीं करा सका। बीते दिनों रात्रि को मकान का एक हिस्सा बारिश में ढह गया। शुक्र रहा घटना के समय उस हिस्से में कोई नहीं था।

मजदूरी कर जीवन यापन कर रहे सत्‍यप्रकाश

गांव बलीपुर निवासी सत्यप्रकाश पुत्र देवकीनंदन मजदूरी कर अपना जीवन यापन करता है। उस पर एक बेटा व एक बेटी है। गांव में रहने के लिए उस पर एक छोटा सा कच्चा मकान है। आर्थिक स्थित इतनी खराब है कि वह मकान की मरम्मत भी नहीं करा सकता। 2018 में उसने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाए जाने के लिए संपूर्ण समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र दिया था। प्रार्थना पत्र पर बीडीओ ने जांच कर उसे पात्रता की श्रेणी में मानते हुए लिस्ट में नाम भी शामिल कर दिया। लेकिन दो वर्ष बीतने के बाद भी उसे पक्की छत नसीब नहीं हुई है। सत्यप्रकाश अपनी पत्नी व बच्चों के साथ मजबूरन जर्जर कच्चे मकान में दिन काटने को मजबूर है। उसने बताया कि बारिश में छत से पानी टपकता रहता है। यह भी डर लगा रहता है कहीं मकान ऊपर न गिर जाए। बुधवार की रात्रि को बारिश से मकान का एक हिस्सा ढह गया। शुक्र रहा घटना के समय वहां कोई मौजूद नहीं था। बारिश के मौसम में ये परिवार काफी कठिनाईयों से जूझ रहा है।

इनका कहना है

लेखपाल से सर्वे कराकर आर्थिक सहायत के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी जा रही है। आवास के लिए बीडीओ को पत्र लिखा जाएगा।

सौरभ यादव, तहसीलदार, इगलास

आवास की सूची में जाे नाम शामिल है उसका पैसा सीधे लाभार्थी के खाते में शासन स्तर से भेजा जाता है। उसका नाम चेक किया जाएगा यदि सूची में नहीं होगा तो पुन: भेज दिया जाएगा।

अरविंद दुबे, बीडीओ इगलास

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