सबका भला करती हैं सिद्धेश्वरी देवी, उमड़ता है श्रद्धा का सैलाब, जानिए इनकी महिमा Aligarh news
जिला मुख्यालय से करीब 40 किमी दूर सासनी मार्ग पर तलावर मंदिर स्थित सिद्धेश्वरी देवी सिद्धपीठ के रुप में विराजमान हैं। यहां नवरात्र में आस्था का सैलाब उमड़ता है। काफी दूर-दूर से श्रद्धालु मां के दर्शन को आते हैं।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। जिला मुख्यालय से करीब 40 किमी दूर सासनी मार्ग पर तलावर मंदिर स्थित सिद्धेश्वरी देवी सिद्धपीठ के रुप में विराजमान हैं। यहां नवरात्र में आस्था का सैलाब उमड़ता है। काफी दूर-दूर से श्रद्धालु मां के दर्शन को आते हैं। ऐसी मान्यता है कि एक बार मां के दरबार में जो भी आता है उसकी मनोकामना पूर्ण होती है।
ये है मंदिर की महिमा
मंदिर के पुजारी बताते हैं कि प्राचीन काल में जब अंग्रेजों का शासन था तब उन्होंने विजयगढ़ के राजा विजय सिंह के किले पर कब्जा करना चाहा, अंग्रेजों ने किले पर आक्रमण कर दिया। उनके पास बहुत बड़ी सेना एवं तोपें थीं। राजा विजय सिंह ने बहादुरी से युद्ध किया। मगर, राजा की हार हुई। राजा की बेटी तलावर देवी गुप्त मार्ग से निकल आईं, अंग्रेज उनका भी पीछा करने लगे। ऐसा बताया जाता है कि तलावर देवी ने महादेव को प्रसन्न किया और जीवित जमीन में समा गईं। यह महिमा देख हर कोई आश्चर्यचकित रह गया। तभी से यह स्थान पवित्र स्थल बन गया। सिद्धेश्वरी देवी तलावर के नाम से पूंजी जाने लगी। 1970 में कोलकाता में बसे विजयगढ़ के इंद्रजीत अग्रवाल को स्वप्न आया, मां सिद्धेश्वरी देवी तलावर ने उन्हें दर्शन दिया। इससे इंद्रजीत अग्रवाल अभिभूत हो उठे और उन्होंने विजयगढ़ में भव्य भव्य मंदिर का निर्माण कराया, जिसमें मां भक्तों को दर्शन देतीं हैं।
मंदिर की विशेषता
सिद्धेश्वरी देवी तलावर मंदिर की नक्काशी देखते ही बनती है। मंदिर के चारों ओर खूबसूरत नक्काशी की गई है। मंदिर को अंदर भी अच्छे से सजाया गया है। नवरात्र में यहां मेला लगता है। बड़ी संख्या में दुर्गा पाठ करके हवन पूजन करते हैं। कई जिलों से श्रद्धालु मां के दर्शन के लिए यहां आते हैं।
इनका कहना है
काफी समय से मां की सेवा कर रहे हैं। यहां जबसे मैं जुड़ा हूं जीवन धन्य हो गया है। मां के सानिध्य में आने से असीम शक्ति मिलती है सारे बिगड़े काम हो जाते हैं।
श्रीनिवास शर्मा, महंत
नवरात्र के दिनों में माता रानी का प्यारा दरबार सजता है। मां का दर्शन अभिभूत करने वाला होता है। मैंने अनुभव किया है जो भी सच्चे मन से आता है मां उसकी मनोकामना जरूर पूरी करती हैं।
शुभम अग्रवाल भक्त