शिक्षामित्रों ने की दीपावली से पहले मानदेय देने की मांग, बीएसए को सौंपा ज्ञापन Aligarh news
अलीगढ़ जागरण संवाददाता । दीपावली के त्यौहार को ध्यान में रखते हुए शिक्षामित्रों द्वारा अक्टूबर माह का मानदेय पर्व से पहले दिए जाने की मांग की गई है। इस संबंध में उनके द्वारा बीएसए के नाम संबोधित ज्ञापन एएओ को दिया गया।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता । दीपावली के त्योहार को ध्यान में रखते हुए शिक्षामित्रों द्वारा अक्टूबर माह का मानदेय पर्व से पहले दिए जाने की मांग की गई है। इस संबंध में उनके द्वारा बीएसए के नाम संबोधित ज्ञापन एएओ को दिया गया।
जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारी बीएसए से मिले
आदर्श समायोजित शिक्षक/शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन की जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारी शनिवार को बीएसए से मिलने कार्यालय पहुंचे। जिलाध्यक्ष सुनील शर्मा ने बताया कि दीपावली महापर्व निकट है। इसलिए जनपद के शिक्षामित्रों को अक्टूबर के मानदेय की अति आवश्यकता है। अक्टूबर की ग्रांट शासन स्तर से कभी भी जारी होने की संभावना है। इसलिए सभी ब्लाक से शिक्षामित्रों की उपस्थित तत्काल मंगाई जानी चाहिए। जिससे ग्रांट आते ही भुगतान खाते में हो सके और शिक्षामित्र अपने परिवार के साथ खुशी से पर्व मना सकें। उनका कहना है कि कुछ बीईओ द्वारा शिक्षामित्रों की उपस्थित समय से जिला मुख्यालय नहीं भेजी जाती है। जिससे समय से शिक्षामित्रों का भुगतान नहीं हो पाता है। बीएसए के बैठक में व्यस्त होने पर एएओ को ज्ञापन सौंपा गया। इस मौके पर प्रमुख सलाहकार सत्यप्रकाश शर्मा, जिला महामंत्री राजवीर सिंह राघव, जिला उपाध्यक्ष प्रेमचंद सूर्यवंशी, सतेंद्र सिंह चौहान, जिला सचिव भीमसेन पाल, संगठन मंत्री रवि भूषण चौहान आदि थे।
तीन करोड़ 35 लाख के नुकसान का आकलन
इगलास तहसील क्षेत्र में पिछले दिनों हुई बेमौसम बारिश से धान की कटी व गिरी हुई फसल को भारी नुकसान हुआ था। किसानों की फसलों के नुकसान का राजस्व विभाग द्वारा सर्वे कराकर आकलन कराया गया है। वहीं, किसान भी अब धूप में भीगी हुई धान की फसल को सुखाने में जुटे हुए हैं। भीगने से धान की फसल उपजने भी लगी है। तहसीलदार सौरभ यादव ने बताया कि तहसील क्षेत्र में बेमौसम बारिश से किसानों की फसल के नुकसान का सर्वे लेखपालों से कराया गया था। इस आपदा में सात हजार 590 कृषक प्रभावित हुई है। करीब 2410 हेक्टेयर धान की गिरी हुई फसल काे नुकसान हुआ है। इसमें 33 फीसद से ज्यादा नुकसान वाले कृषकों को शामिल किया गया है। करीब तीन करोड़, 35 लाख रुपये का नुकसान का आकलन किया गया है। इस संबंध में रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी गई है। शासन स्तर से राहत राशि मिलने के बाद किसानों को दी जाएगी।