Amazing Ramlila : बजी शहनाई, परिणय सूत्र में बंधे सिया-राम के स्वरुप Aligarh news
इगलास क्षेत्र के गांव तोछीगढ़ में चल रहे रामलीला महोत्सव के तहत धनुष टूटने के बाद श्रीराम-जानकी विवाह का आयोजन धूमधाम से किया गया। गांव में बैंड बाजों के साथ श्रीराम की बरात निकाली गई। बरात में राम लक्ष्मण भरत सत्रुधन चारों भाई अति शोभायनमान थे।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता । इगलास क्षेत्र के गांव तोछीगढ़ में चल रहे रामलीला महोत्सव के तहत धनुष टूटने के बाद श्रीराम-जानकी विवाह का आयोजन धूमधाम से किया गया। गांव में बैंड बाजों के साथ श्रीराम की बरात निकाली गई। बरात में राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुधन चारों भाई अति शोभायनमान थे। इनके साथ ही सज-धज के दुल्हे राजा लोगों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहे।
बराती बैंड बाजों की धुन पर जमकर थिरके
गांव की गलियों में इस अद्भुत बरात को देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। बराती बैंड बाजों की धुन पर मस्ती के साथ नृत्य कर रहे थे। रामलीला मैदान में सजी जनकपुरी में बरात पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। यहां कमेटी की ओर से सिया-राम के स्वरुप दुल्हा व दुल्हन को सदा के लिए परिणय सूत्र में बांधा गया। जिसमें सूरजमुखी निवासी हाथरस गेट का विवाह जयप्रकाश निवासी हतीसा के साथ संपन्न हुआ। कमेटी के साथ ही गांव के तमाम महिला-पुरुषों ने कन्या दान किया। विवाह संस्कार की रस्म के दौरान कन्या को दान-दहेज में घरेलू सामान के साथ ही बैड, अलमीरा के साथ ही वर्तन, वस्त्र आदि दिए गए। इस क्षण को देखने के बाद हर आंख नम हो गयीं। इस मौके पर शिवशंकर शर्मा, जीतू पाराशर, मुन्ना भइया, महेश चंद्र वार्ष्णेय, विकास पचौरी, सुनील शर्मा, सुनील वार्ष्णेय, राजेश उपाध्याय, श्रीराम, विपिन गुप्ता, किशन सिंह आदि थे।
2007 से है हाथ पीले करने की परंपरा
तोछीगढ़ में गरीब कन्या के हाथ पीले कराने की परंपरा 2007 से चली आ रही है। रामलीला में श्री राम-जानकी विवाह वाले दिन गरीब कन्या की शादी कराए जाने की यह पंरपरा जय शंकर पाराशर शुरु की गई थी, जो लगातार चल रही है। हर वर्ष रामलीला कमैटी द्वारा गांव के लोगों के सहयोग से गरीब कन्या की शादी कराई जाती है। अब तक 18 कन्याओं की शादी कमेटी द्वारा कराई जा चुकी है।