कमाल का है सेंसर, एक बूंद पानी भी नहीं होने देता बर्बाद Aligarh News
यदि आप अपनी समबर्सिबल चालू कर जल्दबाजी में घर को लाक करके बाहर निकल आए हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। सेंसर आपके समबर्सिबल की मोटर कोबंद कर देगा। पानी की टंकी ओवरफ्लो होने को होगी मोटर बंद हो जाएगी।
अलीगढ़, राजनारायण सिंह। यदि आप अपनी समबर्सिबल चालू कर जल्दबाजी में घर को लाक करके बाहर निकल आए हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। सेंसर आपके समबर्सिबल की मोटर कोबंद कर देगा। पानी की टंकी ओवरफ्लो होने को होगी मोटर बंद हो जाएगी। आपका एक बूंद पानी भी बर्बाद नहीं होगा। चौकिए नहीं, यह सेंसर अलीगढ़ के एटा चुंगी क्षेेेत्र स्थित विकास नगर के रहने वाले राहुल पुंढीर ने तैयार किया है, जिसकी कई प्रदेशों में अब मांग बढ़ने लगी है। राहुल का दावा है कि इस तरह की यह पहली मशीन है।
पानी की हमें भी चिंता
इसे बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। राहुल 12वीं कक्षा तक पढ़े हैं, मगर उनके हुनर से अलग पहचान बनने लगी है। बचपन से ही उनका पढ़ाई में बहुत कम मन लगता था। लेकिन, इलेक्ट्रानिक चीजों की ओर रुझान काफी था। उनके चाचा गोपाल पुंढीर टीवी, कूलर, पंखे आदि ठीक किया करते थे। राहुल भी इसी काम में लग गए। वे बताते हैंं कि 2015 मेंं एक मकान की टंकी ओवरफ्लो दिखाई दी। 20 मिनट तक पानी बर्बाद होता रहा। तब मकान मालिक के पास गए और मोटर को ऐसे खुला न छोड़ने के लिए कहा। बताया कि इस तरह बहुत पानी बर्बाद होता है। जवाब था कि पानी की हमें भी चिंता है, पर कई बार भूल जाते हैं। यह बात राहुल के दिमाग में बैठ गई। उन्होंने सोचा कि यह तो हर किसी के साथ हो सकता है? फिर तो प्रतिदिन शहर में हजारों लीटर पानी बर्बाद होता होगा? क्यों न ऐसी मशीन तैयार की जाए? जिससे टंकी ओवरफ्लो होते ही मोटर बंद हो जाए।
छह महीने में तैयार की मशीन
राहुल ने काफी मंथन किया। साथियों से चर्चा की। छह महीने की कड़ी मेहनत के बाद एक छोटी मशीन बनाई, जिससे टंकी ओवरफ्लो होने पर अपने आप मोटर बंद हो गई। यह देख राहुल की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने पहले अपने घर में इसका प्रयोग किया, इसके बाद मार्केट में उतार दिया। लेकिन, काम यहीं नहीं रुका। उन्होंने सोचा कि यदि कोई मोटर चालू कर भूल जाए और घर का ताला लगाकर चला जाए तो? एेसे स्थिति में पानी बर्बादी रोकने के लिए राहुल ने आटोमैटिक ( सेंसर) बनाने का निर्णय लिया। इसमें एक साल में सफलता मिल गई। उन्होंने बताया कि टंकी आधी से कम है तो सेंसर पकड़ लेता है और मोटर को अपने आप चालू कर देता है। ज्यों टंकी के थोड़ा ऊपर तक पानी आता है सेंसर अपने आप मोटर को बंद कर देता है। इससे यदि आप मोटर को खुला छोड़कर भी कहीं बाहर चले जाते हैं तो आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। वह अपने आप बंद हो जाएगा।
सेंसर की यह है प्रक्रिया
राहुल पानी की टंकी में तीन सेंसर ले लगाते हैं। पहले सेंसर को स्टार्टर से जोड़ते हैं। दूसरा सेंसर अर्थ देता है। तीसरा सेंसर मोटर आफ करने वाला होता है। फिलहाल यह तीनों सेंसर तार से काम करते हैं। राहुल अब बिना तार के सेंसर का निर्माण करने जा रहे हैं, जिसमें स्टार्टर से पानी की टंकी तक तार की कोई जरूरत नहीं होगी।
इसके तमाम हैं फायदे
सेंसर के एक नहीं बल्कि कई फायदे हैं। पहला यह एक बूंद पानी बर्बाद नहीं होने देता है। यदि मोटर चालू करके घर से बाहर आ गए हैं तो वह अपने आप बंद कर देता है। साथ ही हाई व लो वोल्टेज में यह सेंसर मोटर काे चालू नहीं करता है, जिससे आपकी मोटर के फुंकने का डर भी नहीं रहता है। राहुल ने ग्लैक्सी स्टार इंटरप्राइजेज के नाम से ( सेंसर) को पंजीकृत करा रखा है।
कई प्रदेशों में है डिमांड
राहुल की इस तकनीकी की चर्चा कई प्रदेशों तक पहुंच गई है। वो बताते हैं कि दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा समेत दक्षिण भारत के भी कई प्रदेशों से उनके पास डिमांड आती है। इसलिए उनकी व्यस्तता काफी रहती है। राहुल बताते हैं कि उनके इस काम में उनके चाचा गोपाल पुंढीर का बहुत सहयोग रहा है।