Corona infection : स्वच्छता निरीक्षकों की फिर शुरू हुई पाठशाला, पुरानी टीम ने संभाली कमान Aligarh news
कोरोना की पहली लहर थमने के बाद राहत में आए स्वच्छता निरीक्षक दूसरी लहर उठते ही सकते में आ गए हैं। इनके पास क्षेत्र में सैनिटाइजेशन फागिंग बैरीकेडिंग के अलावा सफाई कर्मचारियों को संक्रमण से बचाने की जिम्मेदारी भी है।
अलीगढ़, जेएनएन । कोरोना की पहली लहर थमने के बाद राहत में आए स्वच्छता निरीक्षक दूसरी लहर उठते ही सकते में आ गए हैं। इनके पास क्षेत्र में सैनिटाइजेशन, फागिंग, बैरीकेडिंग के अलावा सफाई कर्मचारियों को संक्रमण से बचाने की जिम्मेदारी भी है। इसके लिए कर्मचारियों को एहतियात बरतने की रोज नसीहतें दी जा रही हैं। सुरक्षित रहकर सफाई कार्य करने के उपाए बता रहे हैं। मास्क, ग्लब्स, एप्रन, बूट आदि उपलब्ध कराए जा रहे हैं। यही नहीं, ड्यूटी पर आने वाले कर्मचारियों की स्वच्छता निरीक्षक प्रतिदिन थर्मल स्कैनिंग भी करा रहे हैं नगर निगम के शहर में आठ स्वच्छता वार्ड हैं।
स्वच्छता निरीक्षकों पर बढ़ी जिम्मेदारी
प्रत्येक में स्वच्छता निरीक्षक नियुक्त हैं। स्वच्छता वार्डों से उस इलाके के पार्षद वार्डों को जोड़ा गया है। पार्षद वार्डों में साफ-सफाई, कूड़ा उठाने का कार्य स्वच्छता निरीक्षकों की निगरानी में ही होता है। कोरोना संकट में स्वच्छता निरीक्षकों की जिम्मेदारी और बढ़ गई। सफाई के विशेष अभियान के अलावा सैनिटाइजेशन, फागिंग, बैरिकेडिंग कार्य भी इन्हीं के जिम्मे आ गया। मुस्तैदी के साथ ये कार्य किया भी। लाकडाउन के दौरान सभी वार्डों में दिन-रात सैनिटाइजेशन कराया गया। नाले-नालियों की तलीझाड़ सफाई हुई। किसी व्यक्ति के कोरोना पाजिटिव पाए जाने पर उस क्षेत्र में बैरिकेडिंग कराई गई। स्वच्छता वार्डों में कंट्रोल रूम स्थापित हुए। जहां संंबंधित क्षेत्र के व्यक्ति शिकायत व समस्याएं दर्ज कराते। नवंबर, दिसंबर में कोरोना की लहर थमने के बाद शिकायतें आना कम हो गईं। कंट्रोल रूम भी बंद कर दिए गए। नगर निगम का कंट्रोल रूम ही सक्रिय रहा। अब कोरोना ने फिर सिर उठाया है।
पुरानी टीम फिर सक्रिय
संक्रमण तेजी से फैल रहा है। कोरोना संक्रमितों की संख्या हर रोज बढ़ रही है। ऐसे में पुरानी टीमों को फिर सक्रिय कर दिया गया है। स्वच्छता निरीक्षकों पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी फिर आ गई है। स्प्रे, जेटिंग मशीनों से वह गली-मोहल्ले, कालोनियों को सैनिटाइज करा रहे हैं। सफाई कर्मचारियों का भी ख्याल रखना पड़ रहा है। बीते साल कई कर्मचारी संक्रमित हुए थे।