कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा दूसरी जगह स्‍थापित करने पर स्मार्ट सिटी प्रबंधन के विरोध में आया सविता समाज Aligarh news

अलीगढ़ जागरण संवाददाता। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा को दूसरे स्थान पर स्थापित करने का काफी विरोध हो रहा है। सविता समाज भी स्मार्ट सिटी प्रबंधन के विरोध में खड़ा हो गया है। आंदोलन की चेतावनी दी है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 08:45 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 08:46 AM (IST)
कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा दूसरी जगह स्‍थापित करने पर स्मार्ट सिटी प्रबंधन के विरोध में आया सविता समाज Aligarh news
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा को दूसरे स्थान पर स्थापित करने का विरोध हो रहा है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा को दूसरे स्थान पर स्थापित करने का काफी विरोध हो रहा है। सविता समाज भी स्मार्ट सिटी प्रबंधन के विरोध में खड़ा हो गया है। आंदोलन की चेतावनी दी है।

कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा दूसरी जगह स्‍थापित करने का विरोध

पुलिस कंट्रोल रूम के सामने तिराहे पर कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा को मूल स्थान से हटाकर दूसरी जगह स्थापित किया गया है। पार्क और शिलालेख भी हटा दिए गए। रामघाट रोड पर बाटा मार्केट स्थित सविता समाज संस्था के कैंप कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में संस्था के प्रदेश संयोजक राजेंद्र सिंह ने बताया कि प्रतिमा को कम जगह में स्थापित किया गया है। यहां विद्युत लाइन गुजर रही है, कभी भी हादसा हो सकता है। शिलालेख नष्ट कर दिए गए। स्मार्ट सिटी प्रबंधन ने स्मार्ट रोड बनाने के नाम पर जननायक कर्पूरी ठाकुर की राष्ट्र भक्ति, त्याग और बलिदान का अपमान किया है। जिसकी सविता समाज घोर निंदा करता है। संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए। शिलालेख पुन: स्थापित नहीं कराए गए तो प्रदेश स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। वार्ता में सविता समाज के जिलाध्यक्ष सत्यपाल सिंह सविता, दिगंबर सिंह सविता, धर्मवीर सिंह, प्रभात कुमार, राजवीर सिंह, धर्मेंद्र कुमार वर्मा, अमित राज तोमर, सोनू साईं, अशोक कुमार वर्मा, मनोहर लाल सविता, विष्णु कुमार सविता, प्रेमशंकर सविता, हिमांशु सविता, दिनेश चंद सविता, अंशुल सविता, सुनील कुमार सविता, राहुल सविता, मोनू कुमार आदि मौजूद रहे।

नहीं निकलेगा चेहल्लुम का जुलूस, इमामबाड़ों में ही होगा मातम

अलीगढ़।  कोरोना के चलते इस बार भी चेहल्लुम का जुलूस नहीं निकलेगा। इमामबाड़ों में ही जियारत होगी। चेहल्लुम की 18 तारीख को रविवार को फूल चौक स्थित इमामबाडा रियासत अली में अशरे की नवीं मजलिस हुई। जिसमें सोज ख्वानी दानिश जैदी की ओर से की गई। जबकि मौलाना मोहम्मद असगर ने मजलिस को खिताब किया गया। उन्होंने चौथे इमाम जैनुल आब्दीन की शहादलत को याद किया गया। मजलिस के बाद चौथे इमाम का ताबुत उठा। इमामबाड़े के बाबी ने बताया कि कोरोना के कारण इस बार भी चेहल्लुम का जुलूस नहीं निकलेगा। इमाबाडे पर ही शाम साढ़े सात बजे मजलिस होगी। वहीं पर मातम होगा। अलम ताजिया की जियारत भी होगी। नगर निगम व पुलिस-प्रशासन से मांग की गई है कि इमामबाड़ों के आसपास सफाई व्यवस्था ठीक से की जाए। मुहर्रम के चालीसवें दिन चेहल्लुम को मुहर्रम के चालीसवें दिन मनाया जाता है। चेहल्लुम हजरत हुसैन की शहादत का चालीसवां होता है। हजरत इमाम हुसैन और शहीदान ए करबला की याद में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मजलिस का आयोजन हो रहा है। बाबी ने बताया कि चेहल्लुम इस बार 28 सितंबर तक मनाया जाएगा। बाबी ने बताया कि बाबरी मंडी स्थित सैयद बाड़ा और एएमयू के बेतुलसलात में भी मजलिस हो रही हैं।

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