अलीगढ़ में अखिलेश की सभा को सफल बनाने में जुटे सपाई, ये है रणनीति

टप्पल की किसान पंचायत में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के शामिल होने से उत्साहित पार्टीजन तैयारियों में मुस्तैदी से जुट गए हैं। तीन मार्च को यह पंचायत यमुना एक्सप्रेस वे के निकट आयोजित होगी। भीड़ जुटना ही सबसे बड़ा काम है।

By Sandeep kumar SaxenaEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 11:00 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 11:00 AM (IST)
अलीगढ़ में अखिलेश की सभा को सफल बनाने में जुटे सपाई, ये है रणनीति
तीन मार्च को यह पंचायत यमुना एक्सप्रेस वे के निकट आयोजित होगी।

अलीगढ़, जेएनएन। टप्पल की किसान पंचायत में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के शामिल होने से उत्साहित पार्टीजन तैयारियों में मुस्तैदी से जुट गए हैं। तीन मार्च को यह पंचायत यमुना एक्सप्रेस वे के निकट आयोजित होगी। बुधवार को पूर्व सांसद व सपा नेता चौ. बिजेंद्र सिंह ने गांव-गांव दौरा कर किसानों से संपर्क किया। पंचायत में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की अपील की। सपाइयों के लिए यह सभा किसी अग्नि परीक्षा से कम भी नहीं है। कृषि कानूनों के विरोध में हो रहे आंदोलन के बीच अखिलेश की अलीगढ़ में यह पहली सभा है। इसमें भीड़ जुटना ही सबसे बड़ा काम है। 

किसानों ने शहादत भी दी

पूर्व सांसद ने कहा कि टप्पल की ऐतिहासिक भूमि पर किसानों ने अपने हक के लिए पहले भी लड़ाई लड़ी थी, जिसमें किसानों ने शहादत भी दी थी। तब भी प्रशासन ने तानाशाह रवैया अपनाया था। इस सरकार में भी यही किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की यह महापंचायत दलगत राजनीति से ऊपर उठकर किसान, मजदूरों के सम्मान के लिए एकता की आवाज बनेगी। किसानों की लड़ाई में हर एक कदम मिलकर चलना होगा, जिससे सरकार को किसान विरोधी कानून वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़े। पूर्व सांसद ने गांव मालव, पलार, ताहरपुर, जिकरपुर, टप्पल आदि का दौरा किया। उनके साथ जिलाध्यक्ष गिरीश यादव, पंकज पंडित, मास्टर ऋषिपाल, विशंबर सिंह, राजेंद्र सिंह, चमन चौधरी, लोकेश चौधरी आदि थे। इधर, क्वार्सी बाईपास स्थित पार्टी कार्यालय पर आयोजित बैठक में महापंचायत को सफल बनाने की रणनीति बनाई गई। नेताओं ने सबसे अधिक जोर भीड़ जुटाने पर ही मंथन किया। टप्पल जाट बाहुल्य क्षेत्र है। सपा समेत भी विपक्षी दल इन दिनों किसानों को ही लुभाने में  लगे हुए हैं।

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