एक करोड़ के भुगतान के बाद भी सड़कों पर अंधेराAligarh News
शहर की सड़कों काे रोशन करने के दावे कर रहा नगर निगम उम्मीदों पर खरा नहीं उतर रहा है। एलईडी (स्ट्रीट लाइट) लगाने के लिए अधिकृत ईईएसएल कंपनी की जिम्मेदारी निगम अधिकारी तय नहीं कर पाया। 25 हजार एलईडी का ठेका दिए चार महीने बीत गए
अलीगढ़, जेएनएन। शहर की सड़कों काे रोशन करने के दावे कर रहा नगर निगम उम्मीदों पर खरा नहीं उतर रहा है। एलईडी (स्ट्रीट लाइट) लगाने के लिए अधिकृत ईईएसएल कंपनी की जिम्मेदारी निगम अधिकारी तय नहीं कर पाया। 25 हजार एलईडी का ठेका दिए चार महीने बीत गए, लेकिन एक भी एलईडी न लग सकी। कंपनी भुगतान न होने का राग अलाप रही है। पिछले दिनों निगम ने एक करोड़ रुपये का भुगतान भी कर दिया, बावजूद इसके सड़कों पर अंधेरा है। यही नहीं, अलीगढ़-आगरा हाईवे पर तीन साल से एक एलईडी नहीं लग सकी है।
यह है मामला
एलईडी की आपूर्ति ईईएसएल कंपनी करती है। इसके लिए शासन स्तर से ही कंपनी के साथ अनुबंध हुआ है। नगर निगम की जितनी डिमांड होती है, कंपनी उतनी एलईडी मुहैया करा देती है। 2017 में कंपनी ने अलीगढ़ में काम शुरू किया था। कंपनी का दावा है कि अब तक 39 हजार से अधिक एलईडी लग चुकी हैं। इमनें तमाम एलईडी खराब हुईं, जिन्हें कंपनी ने ही बदला था। लेकिन, पिछले एक साल ये व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। भुगतान न होने पर कंपनी ने एलईडी की आपूर्ति रोक दी। शिवरात्रि से पूर्व नगर निगम ने भुगतान का आश्वासन देकर 25 हजार एलईडी लगाने को कहा। कंपनी तब तैयार हो गई, लेकिन आपूर्ति नहीं की। काफी जिद्दोजहद के बाद कंपनी को एक करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। तब सात हजार एलईडी की आपूर्ति करने पर कंपनी राजी हुई। पार्षद शाकिर अली बताते हैं कि कंपनी और नगर निगम के बीच भुगतान को लेकर चल रही तकरार का खामियाजा आम लाेगों को भुगतना पड़ रहा है। क्षेत्र में एलईडी लगाने के लिए नगर आयुक्त से मुलाकात की थी। क्षेत्रीय लोगों की समस्याओं से अवगत कराते हुए ज्ञापन भी दिया गया। नगर आयुक्त ने जल्द ही एलईडी लगवाने का आश्वासन दिया है। ज्ञापन देने वालों में पार्षद नईम अख्तर, पार्षद शाहिद मलिक भी मौजूद थे।