किसानों के समर्थन में उतरा रालोद, कृषि विधयकों का विरोध Aligarh news

राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह की अगुवाई में बुधवार को राजा महेंद्र प्रताप सिंह पार्क में जुटे कार्यकर्ताओं ने कृषि विधेयकों का विरोध किया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि किसानों के साथ रालोद अन्याय नहीं होने देगा।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 05:27 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 05:27 PM (IST)
किसानों के समर्थन में उतरा रालोद, कृषि विधयकों का विरोध Aligarh news
किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया गया।

अलीगढ़, जेएनएन : राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह की अगुवाई में बुधवार को राजा महेंद्र प्रताप सिंह पार्क में जुटे कार्यकर्ताओं ने कृषि विधेयकों का विरोध किया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि किसानों के साथ रालोद अन्याय नहीं होने देगा। किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया गया।  

किसान विरोधी बिल वापस हो

जिलाध्यक्ष ने कहा कि सरकार को किसान विरोधी बिल तत्काल वापस लेना चाहिए। ये बिल किसानों के हितों पर डाका डाल रहा है। कोरोना महामारी के समय में ऐसा बिल पारित करना सरकार की गलत नीयत को दर्शाता है। इस अध्यादेश के लागू होने से किसानों की स्थिति बहुत ही दयनीय हो गई है। किसान बहुत तंग व परेशान है। इसी के चलते वह सड़क पर आकर धरना-प्रदर्शन कर रहा है। दिल्ली जाने वाले मार्गों को सरकार ने सील करा दिया है। किसान दिल्ली के बॉर्डर पर बैठकर धरना दे रहे हैं। सरकार को किसानों की चीख-पुकार सुनाई नहीं दे रही है । उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक देश में धरना देते किसानों के ऊपर पानी की बौछार, आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं। इस नए कानून से एमएसपी समाप्त हो जाएगी और किसानों को कोई लाभ नहीं मिलेगा। फायदा उद्यमियों को होगा। इससे देश की गरीब और लाचार जनता भी प्रभावित होगी। सरकार को किसानों की मांग मानकर बिल वापस लेने चाहिए। किसानों का शोषण और उन पर हो रहे अत्याचार को तत्काल रुप से बंद करना होगा। ऐसा ना होने पर राष्ट्रीय लोक दल भी आंदोलन करने को बाध्य होगा।

देश नाजुक दौर से गुजर रहा

जिला मीडिया प्रभारी प्रतीक चौधरी ने कहा कि देश आज बहुत ही नाजुक दौर से गुजर रहा है। खेत में काम करने वाला किसान आज सड़क पर बैठा है और अपनी जायज मांगों को मनवाने के लिए धरना प्रदर्शन कर रहा है। सरकार के कानों में किसानों की दर्दनाक चीखें नहीं पहुंच पा रही हैं, जो बहुत ही चिंताजनक और शर्मनाक है। देश का अन्नदाता आज पुलिस की लाठियां खा रहा है। देश के किसान सरकार की शर्मनाक घटनाओं से बहुत ही त्रस्त हैं। सरकार को चाहिए कि वह तत्काल किसानों से बातचीत कर बिल को वापस ले। जिलाध्यक्ष ने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन एसीएम रंजीत सिंह को सौंपा। ज्ञापन देने वालों में अशोक कुमार बाल्मीकि, केपी सिंह, फूल सिंह धनगर, दिनेश कुमार, विनोद करन, सुमन दिवाकर, भगवान सिंह, मोहम्मद इरफान, विजय किशोर, रन सिंह, देवेंद्र सिंह फौजदार, सनी चौधरी, सुनीता मलिक, मीनू गुप्ता, राकेश प्रधान, विजेंद्र सिंह, रामनिवास, मास्टर वीरेंद्र सिंह आदि थे।

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