Factionalism in Aligarh BJP: नई पीढ़ी को अधिकार, वरिष्ठ नेताओं को नहीं मिल रहा सम्मानAligarh News
भाजपा में नई पीढ़ी के नेताओं को तो आगे आने का खूब मौका मिल रहा है मगर जिले में वरिष्ठ नेताओं को तवज्जो नहीं दिया जा रहा है जिसके चलते उनमे नाराजगी है। इसलिए पद मिलने के बाद भी नेता उसे छोड़ रहे हैं।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। भाजपा में नई पीढ़ी के नेताओं को तो आगे आने का खूब मौका मिल रहा है, मगर जिले में वरिष्ठ नेताओं को तवज्जो नहीं दिया जा रहा है, जिसके चलते उनमे नाराजगी है। इसलिए पद मिलने के बाद भी नेता उसे छोड़ रहे हैं। उनका कहना है कि पार्टी में मौजूदा संगठन उनकी ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
भाजपा में अंदरूनी कलह
भाजपा में इस समय जिले में विवाद मचा हुआ है। भारतीय जनता युवा मोर्चा की कार्यकारिणी घोषित होने के बाद से यह विवाद शुरू हुआ। अचानक आडियो बम जारी हो गया, जिसकी धमक चारों ओर पहुंची। चार आडियो जारी की गई थी। इसमें जिलाध्यक्ष को घेरने की कोशिश की जा रही थी। हालांकि, जिलाध्यक्ष ने इस मामले में बड़े नेताओं को सफाई दे दी है। उन्होंने कहा कि यह सब साजिशन किया जा रहा है। उन्हें बदनाम करने की कोशिश की गई। संगठन को ऊपर बता दिया है, सारी चीजें सामने आ गई हैं। हालांकि, यह मामला पूरी तरह से शांत हो गया था, मगर कुछ ही दिन बाद जिला कार्यकारिणी घोषित करने के बाद विवाद उत्पन्न हो गया। कार्यकारिणी सदस्य लालजी वर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि उनकी उम्र 60 वर्ष के करीब होने को है और उन्हें सदस्य बनाया जा रहा है। यह उनका अपमान है, साजिशन यह किया गया है। लालजी वर्मा ने कहा कि उनसे जूनियर तमाम नेताओं को महामंत्री और उपाध्यक्ष बना दिया गया, मगर उन्हें सिर्फ सदस्य की जिम्मेदारी दी गई। यह सब जानबूझकर किया गया क्योंकि उन्होंने सदस्य के पद के लिए कोई आवेदन किया ही नहीं था, फिर कैसे उनके पद की घोषणा कर दी गई।
अंदरखाने गुटबाजी जोरों पर
जिलाध्यक्ष को भेजे इस्तीफा में लालजी वर्मा ने कहा कि वह निष्ठापूर्वक संगठन का कार्य करते रहेंगे, मगर किसी पद पर नहीं रहेंगे। माना जा रहा है कि पार्टी में अंदरुनी गुटबजाी के चलते यह सब हो रहा है। युवा मोर्चा की कार्यकारिणी में कई नए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दे दी गई।जबकि उनपर आरोप था। आखिर उनका कार्यकारिणी में कैसे नाम शामिल कर लिया गया। बताया जाता है कि इसी बात से नाराज लालजी वर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। चर्चा है कि पार्टी में नई पीढी़ को तो अधिकार दिया जा रहा है मगर वरिष्ठ नेताओं को सम्मान नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में चुनाव निकट है, यदि वरिष्ठ नेताओं से इसी तरह से का व्यवहार किया गया तो वह चुनाव में कैसे लगेंगे यह बड़ा सवाल है?