डिफेंस कारिडोर क्षेत्र में छुट्टा गोवंशी को हटाना बना चुनौतीAligarh News

खैर रोड पर अंडला में डिफेंस कारिडोर के लिए प्रस्तावित क्षेत्र में छुट्टा गोवंशी को हटाना पशु पालन विभाग के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। यहां का गोवंशी अन्य निराश्रित गोवंशी के मुकाबले काफी खतरनाक है। यह लोगों को देखते ही हमला करना शुरू कर देता है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 05:45 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 05:45 PM (IST)
डिफेंस कारिडोर क्षेत्र में छुट्टा गोवंशी को हटाना बना चुनौतीAligarh News
निराश्रित गोवंशी के मुकाबले काफी खतरनाक है। यह लोगों को देखते ही हमला करना शुरू कर देता है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। खैर रोड पर अंडला में डिफेंस कारिडोर के लिए प्रस्तावित क्षेत्र में छुट्टा गोवंशी को हटाना पशु पालन विभाग के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। यहां का गोवंशी अन्य निराश्रित गोवंशी के मुकाबले काफी खतरनाक है। यह लोगों को देखते ही हमला करना शुरू कर देता है। कई बार यह लोगों को देख कर भागना शुरू कर देते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राज्य विश्वविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान पशु पालन विभाग एक भी गोवंशी को नहीं पकड़ पाया था। उस दौरान करीब डेढ़ सौ से अधिक लोग यहां पर लगाए गए थे। अब पिछले दिनों विशेष रणनीति से महज छह गोवंशी ही पकड़े जा चुके हैं। अन्य के प्रयास चल रहे हैं।

यह है मामला

पशुपालन विभाग निश्रारित गोवंशी को पकड़ने लिए लगातार जिले में अभियान चलता रहा है। पिछले दिनों पीएम नरेन्द्र मोदी लोधा में राज्य विश्वविद्यालय व डिफेंस कारिडोर के शिलान्यास कार्यक्रम में आए थे। इस दौरान भी जिले में अभियान चला था। ऐसे में कार्यक्रम स्थल के निकट अंडला में भी अभियान चलाया गया। यहां पर करीब 400 गोवंशी थे। ऐसे में डेढ़ सौ करीब कर्मचारी यहां लगाए गए थे। सफाई कर्मी से लेकर रोजगार सेवक तक लगे, लेकिन दो दिन तक कर्मचारियों की यह फौज एक भी गोवंशी को नहीं पकड़ सके। यह गोवंशी लोगों को देखते ही हमला करना शुरू कर देते हैं। विभागीय अफसरों का मानना है कि इस क्षेत्र में पहले जंगल हुआ करते थे। ऐसे में यह गोवंशी इसी जगल में रहते थे। इनके लोगाें से आमना सामना तक नहीं हो पाता था। अब डिफेंस कारिडोर के लिए यह जंगल कट गए। ऐसे में गोवंशी खुले में रहने को मजबूर हैं। इसी के चलते यह खतरनाक होते जा रहे हैं। लोगों को देखते ही यह हमला करते हैं। अब विभाग ने इन्हें पकड़ने के लिए विशेष रणनीति बनाई है। निकट के गांव से युवाओं की एक टीम बनाई गई है। यह टीम गोवंशी को पकड़ रही है। पिछले दिनों इस अभियान में छह गोवंश पकड़े गए थे।

अभियान में पकड़े गए 280 गाेंवश

18 से 22 अक्टूबर तक जिले में निराश्रित गोवंशी को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया गया है। इसमें जिले में कुल 280 गोवंशी पकड़े गए हैं। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. चंद्रवीर सिंह ने बताया कि विशेष गोवंशी संरक्षण अभियान में निराश्रित गोवंश को पकड़ कर गोशाला भेजा जा रहा है। शहरी व देहात क्षेत्र दोनों में यह अभियान चल रहा है।

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