बेमिसाल हैं ये आरएसएस के संघ प्रचारक, कर रहे नायाब काम Aligarh news,

कोरोना में जहां लोग घरों में बैठे हैं डरे और सहमे हैं वहीं पर कुछ लोग ऐसे हैं जो सेवाकार्य में लगे हुए हैं। आरएसएस के भूपेंद्र शर्मा और नगर सेवा प्रमुख सुनील भंडारी स्वच्छता अभियान चलाए हुए हैं। वह कोरोना काल में भी जगह-जगह स्वच्छता कार्य में जुटे हुए।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 12:07 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 12:07 PM (IST)
बेमिसाल हैं ये आरएसएस के संघ प्रचारक, कर रहे नायाब काम Aligarh news,
आरएसएस के भूपेंद्र शर्मा और नगर सेवा प्रमुख सुनील भंडारी स्वच्छता अभियान चलाए हुए हैं।

अलीगढ़, जेएनएन । कोरोना में जहां लोग घरों में बैठे हैं, डरे और सहमे हैं, वहीं पर कुछ लोग ऐसे हैं जो सेवाकार्य में लगे हुए हैं। आरएसएस के भूपेंद्र शर्मा और नगर सेवा प्रमुख सुनील भंडारी स्वच्छता अभियान चलाए हुए हैं। वह कोरोना काल में भी जगह-जगह स्वच्छता कार्य में जुटे हुए हैं। अस्पताल, मंदिर, बस्ती आदि स्थानों में वह साफ-सफाई में जुटे हुए हैं, उनका कहना है कि इस बहाने लोगों को कोरोना से बचाव के उपाय भी बताते हैं।

 संघ प्रचारक हैं भूपेंद्र शर्मा

भूपेंद्र शर्मा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में प्रचारक रहे हैं। कई वर्षों तक प्रचारक रहने के बाद वह सेवाकार्य से जुड़ गए। वर्तमान में उनपर महानगर प्रचार प्रमुख की जिम्मेदारी है। वह सतत सेवाकार्य में जुटे रहते हैं। करीब पांच वर्षों से वह प्रत्येक बुधवार को शहर में कहीं न कहीं स्वच्छता अभियान चलाते हैं। साथ ही लोगों को साफ-सफाई के बारे में प्रेरित भी करते हैं, जिससे स्वच्छता बनी रहे। इस समय अस्पतालों के बाहर स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। सभी को मास्क पहनने, शारीरिक दूरी के बारे में बताते हैं। शहर की विभिन्न बस्तियों में भी स्वच्छता की अलख जगा रहे हैं। बुधवार को नौरंगाबाद बस्ती, वाल्मीकि बस्ती आदि क्षेत्रों में साफ-सफाई की। पहले झाड़ू लगाकर गंदगी को हटाया फिर चूने का छिड़काव किया। भूपेंद्र शर्मा कहते हैं कि कई बार उन्हें लोग टोकते हैं, कहते हैं कि बस्ती के लोग हैं, उनके जीवन में परिवर्तन नहीं आने वाला है, वो साफ-सफाई से नहीं रह सकते हैं, मगर उन्हें इससे कोई परवाह नहीं है। भूपेंद्र कहते हैं कि उन्हें अपने कर्म से मतलब है। वह पूरी निष्ठा और ईमानदारी से कार्य करते हैं, किसी के जीवन में परिवर्तन आता है कि नहीं उससे उसे कोई मतलब नहीं। भूपेंद्र कहते हैं कि यदि वो इन मामलों में पड़ेंगे तो फिर कार्य नहीं कर पाएंगे। हालांकि, उनके इस प्रयास से तमाम लोगों के जीवन में परिवर्तन आया है, लोगों को एहसास हुआ है कि जो काम उन्हें करना चाहिए था उसे कोई दूसरा कर रहा है, इसलिए वो भी अभियान से जुड़ जाते हैं। धीरे-धीरे कड़ी बन रही है, इससे कारवां आगे बढ़ रहा है, इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है। भूपेंद्र शर्मा का साथ नगर सेवा प्रमुख सुनील भंडारी देते हैं, वो भी साथ में जुटे रहते हैं।

परिवार के संस्कार ने बना दिया स्वच्छता प्रहरी

सुनील भंडारी बताते हैं कि उनके पिताजी आरएसएस के पदाधिकारी थे। वो सेवाकार्य के प्रति हमेशा तत्पर रहते थे, उनकी प्रेरणा से ही वो सेवा कार्यों से जुड़ गए। आरएसएस से जुड़ने के बाद उनके अंदर सेवा भाव कूट-कूट कर भर उठा। सुनील भंडारी ने बताया कि पिछले साल कोरोना के समय बस्तियों में लोग अपना चेकअप नहीं करा रहे थे। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की टीम को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। उस समय सुनील भंडारी ने स्वयं पीपीई किट पहनी और घर-घर जाकर लोगों को बुलाया और कोरोना की जांच कराई। तमाम लोग विरोध में आ जाते थे, मगर इसकी परहवा किए बिना स्वास्थ्य विभाग की टीम का सहयोग किया। सुनील बताते हैं कि प्रत्येक बुधवार को महानगर में कहीं न कहीं स्वच्छता अभियान चलाते हैं, जिससे लोग जागरूक हो सकें। तमाम बस्तियों में तो लोग स्वच्छता प्रहरी करके बुलाने लगे हैं।

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