Aligarh Panchayat Chunav 2021: रिश्तों की दे रहे हैं दुहाई, तय करेंगे जीत का रास्ता
Aligarh Panchayat Chunav 2021 पंचायत चुनाव अब रफ्तार पकड़ने लगा है। चुनाव चिन्ह आवंटन के बाद प्रत्याशी व उनके समर्थक एक एक वोट की कीमत समझ रहे हैं। सबसे ज्यादा रोचक मुकाबले ग्राम प्रधान के लिए हैं। रिश्तों की दे रहे हैं।
अलीगढ़, जेएनएन। पंचायत चुनाव अब रफ्तार पकड़ने लगा है। चुनाव चिन्ह आवंटन के बाद प्रत्याशी व उनके समर्थक एक एक वोट की कीमत समझ रहे हैं। सबसे ज्यादा रोचक मुकाबले ग्राम प्रधान के लिए हैं। प्रत्याशी व उनके समर्थक मतदाताओं के बीच जाकर रिश्तों की दुहाई दे रहे हैं। सजातीय मतदाताओं से पुराने व नए रिश्ते खगाले जा रहे हैं। जरुरत पड़ने पर ऐसे मतदाताओं पर दबाव बनाने के लिए मतदाताओं के ही सगे संबंधियों को बुलाया जा रहा है। जो मतदाता गैर जनपद व शहरों में है, उनसे संपर्क करने के लिए ग्राम प्रधान प्रत्याशियों ने अपनी दूसरी टीम लगा दी है। मतदाता सूची के आधार पर उनके पते व ठिकाने खोज कर उन शहरों में संपर्क किया जा रहा है। उनके पास जाकर उनसे नजदीकी रिश्ते बताए जा रहे हैं।
सगे संबंधियों ने संभाली प्रचार की कमान
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य व जिला पंचायात सदस्य गत बुधवार को चुनाव चिंन्ह आवंटन के बाद गुरुवार से चुनाव प्रचार रफ्तार पकड़ने लगा है। जिले में तीसरे चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा। 24 घंटे पहले चुनाव प्रचार थम जाएगा। प्रत्याशी व उनके समर्थकों को अब चुनाव प्रचार के लिए मात्र पांच दिन ही मिलेंगे। सबसे ज्यादा रोचक मुकाबले ग्राम प्रधान के चुनाव में हो रहे हैं। यहां रिश्तों को दुहाई देकर वोट मांगे जा रहे है। प्रत्याशी के पिता, चाचा, चाची, ननिहाल, ससुराल व एक गौत्र व खानदान होने तक के तर्क दिए जा रहे हैं। बेटी की सुसराल से लेकर प्रत्याशियों के साले व अन्य रिस्तेदार व सगेसंबंधी डेरा डाले हुए हैं। महिलाएं घर की कमान संभालती हैं, तो प्रत्याशियों के सगे संबंधी चुनाव प्रबंधन संभाले हुए हैं।
प्रचार समग्री का चल पड़ा बाजार
पंचायत चुनाव के लिए बाजार में रेडीमेड प्रचार समग्री भी आई हुई है। चुनाव चिन्ह आवंटन के बाद प्रिंटिंग प्रैस वालों ने दिन रात मशीनों को चलाकर रेडीमेड प्रचार समग्री तैयार की है। दिल्ली लाकडाउन होने के चलते फोर कलर पोस्टरों के पैसा बढ़ गए है। चार से पांच हजार रुपया के एक हजार पोस्टर छप रहे हैं। चुनाव चिन्ह वाले रेडीमेड पोस्टर , बैज, वैनर भी बाजार में हैं। कारोबारी मनेाज अग्रवाल का कहना है कि इस बार प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार का सबसे कम समय दिया गया है। इससे कारोबार को ही नुकसान हो रहा है। पांच दिन में कितने आर्डर पूरे किए जा सकते हैं। दिल्ली लाकडाउन होने के चलते पेपर की भी परेशानी हो रही है। पेपर पर पहले ही 20 से 25 फीसद रेट बढ़े हुए हैं। फिर भी कोरोना संकट में कुछ तो बाजार ने रफ्तार पकडी है।