कच्चा आढ़तियों ने बंद की दुकानें और बैठ गए धरने पर, जानिए माजरा Aligarh news
कस्बा छर्रा स्थित नवीन गल्ला मंडी में थोक व्यापारियों पर उत्पीडऩ करने का आरोप लगाते हुए कच्चा आढ़तिया अपनी दुकानें बंद कर धरना पर बैठ गए। समस्याओं का समाधान होने तक अनिश्चितकालीन मंडी बंद रखने की बात कही है।
अलीगढ, जेएनएन : कस्बा छर्रा स्थित नवीन गल्ला मंडी में थोक व्यापारियों पर उत्पीडऩ करने का आरोप लगाते हुए कच्चा आढ़तिया अपनी दुकानें बंद कर धरना पर बैठ गए। समस्याओं का समाधान होने तक अनिश्चितकालीन मंडी बंद रखने की बात कही है।
कच्ची आढ़त की करीब 100 दुकानें
गल्ला मंडी के कच्चा आढ़ती वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रपाल गुप्ता का कहना है कि मंडी परिसर में कच्ची आढ़त की करीब 100 दुकानें हैं। इनके द्वारा किसानों का अनाज खरीदा जाता है। मंडी में पक्के आढ़ती व्यापारियों का लगातार शोषण कर रहे हैं। इससे उनके व्यापार पर काफी असर पड़ रहा है। सोमवार को सभी दुकानदार अपनी आढ़त को बंद करके गेट पर ही धरना-प्रदर्शन पर बैठ गए। मांग की है कि शासन के आदेशानुसार किसानों के अनाज की तौल बोराबंदी द्वारा सीधे एक कुंतल की जाए। उनकी दुकान से माल की उठाई व सिलाई खरीदार व्यापारी को ही देनी होगी। उनके माल की कंप्यूटर कांटे द्वारा तौल कराकर पक्के आढ़ती द्वारा भुगतान रोज के रोज किया जाए, साथ ही मांग की है कि नीलामी चबूतरों पर अवैध रूप से कब्जों को मंडी में आने वाले किसानों की सुविधा के लिए खाली कराया जाए।
मांगें नहीं मानने पर बंदी की चेतावनी
चंद्रपाल सिंह ने कहा कि अगर शीघ्र ही हमारी मांगें नहीं मानी जाती हैं तो सभी कच्चे आढ़ती अनिश्चितकालीन मंडी बंदी जारी रखेंगे। इस मौके पर ललित कुमार, शिवकुमार, रामचरन शर्मा, मनोज कुमार, राजू यादव, हरिङ्क्षसह राजपूत, इरशाद अली, राजू चौधरी, मानिक चंद्र, मनोज गुप्ता आदि दुकानदार मौजूद रहे। वहीं गल्ला व्यापार मंडल अध्यक्ष मुकेश गुप्ता का कहना है कि आपस में सामंजस्य न होने के चलते कच्चे आढ़ती हड़ताल पर हैं। अनाज की तौल बोराबंदी द्वारा कराई जा रही है।