एएमयू के जेएन मेडिकल कालेज में मरीज की दुर्लभ सर्जरी

मरीज के पेट में हो गया था घातक यकृत रोग सर्जरी से मिली रोग से मुक्ति लीवर की रक्तवाहिका को काटकर गुर्दे की बायीं नस से जोड़ा गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 07:43 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 07:43 PM (IST)
एएमयू के जेएन मेडिकल कालेज में मरीज की दुर्लभ सर्जरी
एएमयू के जेएन मेडिकल कालेज में मरीज की दुर्लभ सर्जरी

जासं, अलीगढ़ : जिरौली निवासी 30 वर्षीय प्रियंका देवी ने अपने जीवन में एक भी दिन अस्पताल में नहीं गुजारा। अब समस्या हुई तो जिदगी पर बन आई। एएमयू के जेएन मेडिकल कालेज की चिकित्सकीय टीम ने उनकी दुर्लभ सर्जरी कर समस्या से निजात दिलाई। चिकित्सकों ने उनके पेट में घातक यकृत रोग की पहचान कर उसकी सर्जरी की। सर्जरी के दौरान रक्तवाहिका को गुर्दे की बायीं नस से जोड़ा गया।

कार्डियोथोरेसिक सर्जरी विभाग के अध्यक्ष प्रो. मोहम्मद आजम हसीन के साथ प्रो. मोहम्मद हबीब रजा, डा. मोहम्मद सादिक अख्तर ने महिला की सर्जरी की। प्रो. हसीन ने बताया कि महिला को अचानक पेट में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और पेट में सूजन की समस्या थी। टीम ने पित्त की थैली में पथरी व पोर्टल हाइपरटेंशन के साथ घातक यकृत रोग की पहचान की। रोगी को बीमारी से बचाने के लिए एक्सप्लोरेट्री लैपरोटामी, कोलेसिस्टेक्टामी व स्प्लेनेक्टामी के जरिए सर्जरी की। प्रियंका की हालत में सुधार हो रहा है। एनेस्थिसियोलाजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. काजी एहसान अली ने टीम के साथ मरीज को एनेस्थीसिया दिया। कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने टीम के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि मेडिकल कालेज में सुपर स्पेशियलिटी सुविधाएं दी जा रही हैं। फैकल्टी आफ मेडिसिन के डीन प्रो. राकेश भार्गव व मेडिकल कालेज के प्रिसिपल प्रो. शाहिद अली सिद्दीकी ने कहा कि पोर्टल हाइपरटेंशन के साथ लीवर की बीमारी रोगी के लिए घातक हो सकती है।

लीवर की धमनियां हो जाती हैं ब्लाक : डा. सादिक अख्तर ने कहा कि ऐसे मामलों में लीवर की धमनियां ब्लाक हो जाती हैं। जिससे लीवर से रक्त का प्रवाह रुक जाता है। इसका इलाज महंगा व चुनिदा मेडिकल सेंटरों में ही उपलब्ध है। जेएन मेडिकल कालेज में कम लागत में ये सुविधा मिल रही है। प्रो. मोहम्मद हबीब रजा ने बताया कि यह सर्जरी बहुत ही दुर्लभ है। इसमें रिस्क भी है। मरीज की जान बचाने के लिए रिस्क उठाना पड़ता है।

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