पर्यावरण की पाठशाला लगा महिलाओं को पेड़-पौधों के रखरखाव के बारे में भी बताती हैं राकेश कुमारी

गांव की महिलाओं के साथ पर्यावरण की पाठशाला लगाकर उन्हें पेड़-पौधों के रखरखाव के बारे में भी बताती हैं। कहती हैं कि पर्यावरण सुरक्षित नहीं रहेगा तो हम लोगों का जीवन संकट में पड़ जाएगा। गांव में एक साल के अंदर 500 से अधिक पौधे लगवा चुकी हैैं।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 04:35 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 04:35 PM (IST)
पर्यावरण की पाठशाला लगा महिलाओं को पेड़-पौधों के रखरखाव के बारे में भी बताती हैं राकेश कुमारी
पर्यावरण की जगाई अलख, चहक गया गांव

राज नारायण सिंह, अलीगढ़ : पर्यावरण से इनका गहरा नाता है। गांवों में पौधरोपण हो या फिर बूंद-बूंद पानी का संचयन, उसके लिए राकेश कुमारी हर समय तत्पर रहती हैं। गांव की महिलाओं के साथ पर्यावरण की पाठशाला लगाकर उन्हें पेड़-पौधों के रखरखाव के बारे में भी बताती हैं। कहती हैं कि पर्यावरण सुरक्षित नहीं रहेगा तो हम लोगों का जीवन संकट में पड़ जाएगा। गांव में एक साल के अंदर 500 से अधिक पौधे लगवा चुकी हैैं। पूरे गांव का पानी पोखर में जाता है, जिससे भूजलस्तर बना हुआ है। स्वच्छता अभियान के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उन्हें सम्मानित कर चुके हैं। 

इगलास की हैं राकेश कुमार 

राकेश कुमारी इगलास के गांव सीतापुर की प्रधान हैं। उम्र 60 साल है, मगर हौसलों की उड़ान में कमी नही हैै। चार साल पहले प्रधान चुनकर आईं। तभी  निर्णय लिया कि गांव में कुछ ऐसा कार्य कराएंगी, जो नजीर बने। उन्होंने प्रधान के अधिकार क्षेत्र से आगे बढ़कर कार्य कराया। गांव की सड़कें पक्की करा दीं। नालियां बनवा दीं। गांव का जलस्तर धीरे-धीरे नीचे जाने लगा तो उसे उठाने के लिए कदम बढ़ाने का निर्णय लिया। 

बूंद-बूंद पानी का किया संचय 

राकेश कुमारी ने गांव में महिलाओं का समूह बनाया। उन्हें बूंद-बूंद पानी के संचय के बारे में बताया। कुछ महिलाएं जागरूक हुईं वो पानी आवश्यकता अनुसार खर्च करने लगीं। राकेश कुमारी ने गांव के बाहर पोखर की खोदाई कराई। गांव का पानी  पोखर में जाने लगा। अब एक बूंद पानी भी बर्बाद नहीं होता है।  

गांव में आई हरियाली 

राकेश कुमारी ने पौधरोपण अभियान चलवाया। स्वयं के पैसों से गांव में 500 से अधिक पौधे लगवाए, जिससे सड़कों के किनारे हरियाली दिखने लगी। 

सीएम ने किया सम्मानित 

राकेश कुमारी के स्वच्छता अभियान की तारीफ मुख्यमंत्री योगी ने भी की। उन्हें गांव में स्वच्छता की अलख जगाने पर डेढ़ साल पहले सम्मानित भी किया। 

जिले का पहला आइएसओ गांव बना 

राकेश कुमारी के प्रयास से सीतापुर गांव की सूरत बदल गई। गांव की प्रत्येक गली पक्की है। साफ-सफाई रहती है। जिले में सीतापुर पहला आइएसओ गांव घोषित हुआ। उनके इस कार्य के लिए उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने उन्हें सम्मानित किया। एक साल के अंदर राकेश कुमारी ने 27 हैंडपंप लगवाए। राकेश कुमारी कहती हैं कि उनका लक्ष्य है कि लोग स्वच्छता व पर्यावरण के प्रति जागरूक बनें।

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