खोदे गए तालाबों में सहेजा बारिश की बूंदें, किसानों के चेहरे पर खुशहाली Aligarh news

खेतों में खोदे गए तालाब बारिश में बूंदों से भर चुके हैं। किसान खुश हैं और भूमि संरक्षण विभाग संतुष्ट। शासन से जो लक्ष्य विभाग को मिला था वह पूरा हो रहा है। 16 में से पांच तालाब तैयार हो चुके हैं।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 02:21 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 02:21 PM (IST)
खोदे गए तालाबों में सहेजा बारिश की बूंदें, किसानों के चेहरे पर खुशहाली Aligarh news
खेतों में खोदे गए तालाब बारिश में बूंदों से भर चुके हैं।

अलीगढ़, जेएनएन।  खेतों में खोदे गए तालाब बारिश में बूंदों से भर चुके हैं। किसान खुश हैं और भूमि संरक्षण विभाग संतुष्ट। शासन से जो लक्ष्य विभाग को मिला था, वह पूरा हो रहा है। 16 में से पांच तालाब तैयार हो चुके हैं, बाकी के लिए स्थान चयनित कर लिए गए हैं। पिछले साल 17 तालाब तैयार कराए गए थे, जो ग्रामीण क्षेत्रों में जल संचय का मुख्य स्रोत बने हुए हैं।

विभाग को 16 तालाब तैयार कराने का मिला लक्ष्‍य

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत भूमि संरक्षण विभाग को 16 तालाब तैयार कराने का लक्ष्य मिला है। योजना के तहत पंजीकृत किसानों को तालाब बनवाने के लिए सरकार 50 प्रतिशत अनुदान दे रही है। भूमि संरक्षण अधिकारी निधि राठौर बताती हैं कि तालाब न सिर्फ जल संचय का अच्छा स्रोत हैं, बल्कि किसानों की आय बढ़ाने का साधन भी हैं। इससे खेतों की सिंचाई की जा सकती है। खेत में ही तालाब होगा ताे भूमि में नमी बनी रहेगी, उत्पादन अच्छा होगा। भूजल में भी वृद्धि हाेगी। पिछले साल जो तालाब खोदे गए थे, वहां किसान मछली पालन, सिंघाड़ा उत्पादन कर अतिरिक्त आय अर्जित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पंजीकृत किसान ही योजना का लाभ उठा सकते हैं। भूमि संबंधी दस्तावेजों के सत्यापन के बाद ही आगे की औपचारिकताएं पूरी होती हैं। तालाब का क्षेत्रफल भी निर्धारित है। तालाब की लंबाई 22 मीटर, चौड़ाई 20 मीटर और गहराई तीन मीटर रखी गई है। एक तालाब के निर्माण के लिए एक लाख पांच हजार रुपये का बजट है। इसमें 50 प्रतिशत यानी 52,500 रुपये अनुदान के रूप में डीबीटी के जरिए तीन किस्तों में किसान के खाते में जाता है। योजना के तहत 27 आवेदन आ चुके हैं।

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