उद्योगों के लिए आक्सीजन की आपूर्ति पर रोक, हर रोज 250 सिलेंडर का उत्पादन Aligarh news

तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण में आक्सीजन की खपत को पूरा करने के लिए मेडिकल आक्सीजन की उद्योगों को आपूर्ति पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी गई है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की तरफ से इसका आदेश जारी कर दिया है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 06:12 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 06:50 AM (IST)
उद्योगों के लिए आक्सीजन की आपूर्ति पर रोक, हर रोज 250 सिलेंडर का उत्पादन Aligarh news
अलीगढ़ के कासिमपुर में प्‍लांट में तैयार हो रहे आक्‍सीजन।

सुरजीत पुंढीर, अलीगढ़ ।  तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण में आक्सीजन की खपत को पूरा करने के लिए मेडिकल आक्सीजन की उद्योगों को आपूर्ति पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी गई है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की तरफ से इसका आदेश जारी कर दिया है। वहीं, अलीगढ़ जिले के आक्सीजन प्लांट पर हर दिन करीब 250 सिलेंडर का उत्पादन इन दिनों चल रहा है। यहां से मंडल के चारों जिलों में इसकी खपत होती है। वहीं, जिले के तीनों थोक विक्रेताओं के यहां भी करीब 300-300 सिलेंडर का स्टाक रखा हुआ है। तीन अन्य प्लांटों पर भी दिन रात द्रव से गैस बनाने का काम चल रहा है। यहां भी करीब 500 सिलेंडर का स्टाक है। जिले में आगामी दस दिनों के लिए आक्सीजन का भरपूर इंतजाम हैं। वहीं, आक्सीजन प्लांट में और तेजी से उत्पादन बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं । 

हवा से करीब 250 सिलेंडर रोज बनाए जा रहे

जिले में कासिमपुर स्थित राधा इंडस्ट्री के नाम एक मात्र हवा से आक्सीजन बनाने का प्लांट है। यहां पर हवा से हर दिन करीब 250 सिलेंडर बनाए जाते हैं। वहीं तीन फैक्ट्रियों में द्रव से आक्सीजन गैस बनाई जाती है। इनमें तालानगरी स्थित राधिक इंडस्ट्री, गौडा रोड की एस व ताला नगरी की केसी इंड्रस्टी शामिल हैं। इनमें भी हर दिन करीब सौ-सौ सिलेंडर बनाए जाते हैं। इसके अलावा तीन थोक विक्रेता हैं। इनमें मैरिस रोड स्थित त्रिलोक गैस, मसूदाबाद की यूनिवर्सिल व जीटी रोड की लक्ष्मी सर्विस शामिल हैं। इन तीनों विक्रेताओं के यहां 250-250 सिलेंडर का स्टाक रहता है। खपत के हिसाब से विक्रेता नोएडा समेत अन्य क्षेत्रों से आपूर्ति ले लेते हैं। 

उद्योगों के लगी रोक

जिले में औसतन 500 आक्सीजन सिलेंडर का हर रोज उत्पादन होता था, लेकिन अस्पतालों में खपत कम थी। ऐसे में उत्पादतन कर्ता व रिफिलर के माध्यम से मेडिकल आक्सीजन की उद्योगों में आपूर्ति होती थी, लेकिन अब कोरोना के बढ़ते मामलों में अस्पतालों में आक्सीजन की खपत बढ़ गई है। ऐसे में जिला प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से उद्योगों के लिए आक्सीजन की आपूर्ति पर रोक लगा दी है। वहीं, उत्पादकर्ता व रिफिलर को स्टाक बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इससे आगामी दिनों में कोरोना के मामले बढ़़े तो फिर आक्सीजन की कोई कमी नहीं न पड़े। 

दो गुनी हो गई खपत

एक महीने पहले तक जिले में हर दिन करीब 150 सिलेंडर की आपूर्ति हो रही थी, लेकिन अब कोरोना के मामले बढ़ने पर आपूर्ति बढ़ गई है। अब हर दिन जिले में दोगुनी 300 के करीब सिलेंडर की खपत हो रही है, लेकिन ऐसे में जिले में करीब तीन हजार सिलेंडर का स्टाक रखा गया है। जबकि, हर दिन करीब 500 से ज्यादा सिलेंडरों का उत्पादन हो रहा है। 

इनका कहना है

जिले में हर दिन करीब 300 आक्सीजन सिलेंडर की खपत इन दिनों अस्पतालों में हो रही है। ऐसे में उद्योगों के लिए आपूर्ति पर रोक लगा दी गई है। फिलहाल जिले में आक्सीजन की कोई कमी नहीं हैं। करीब 10 दिनों का स्टाक रखा गया है। 

विनीत कुमार सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट व नोडल अधिकारी, आक्सीजन

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