सात साल की उम्र में स्कैच सीखकर 18 की उम्र में बने पेशेवर टैटू आर्टिस्ट Aligarh News
क्रिकेटर विराट कोहली हो या फिर बालीवुड स्टार अक्ष्य कुमार । हर क्षेत्र के बड़े दिग्गजों में अब टैटू का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है। पुरुषों के साथ महिलाएं भी टैटू बनवाने में पीछे नहीं हैं। हर किसी के शरीर पर तरह-तरह के टैटू नजर आते हैं।
अलीगढ़, सुरजीत पुंढीर। क्रिकेटर विराट कोहली हो या फिर बालीवुड स्टार अक्ष्य कुमार । हर क्षेत्र के बड़े दिग्गजों में अब टैटू का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है। पुरुषों के साथ महिलाएं भी टैटू बनवाने में पीछे नहीं हैं। हर किसी के शरीर पर तरह-तरह के टैटू नजर आते हैं। इस बढ़ते चलन के साथ ही अब इसी क्षेत्र में युवा भी अपना करियर बना रहे हैं। शहर के किशनपुर निवासी रचित जादौन भी इनमे से एक हैं। यह सात साल की उम्र से कागज पर स्कैचिंग कर रहे हैं। 18 की उम्र में इन्होंने टैटू का प्रशिक्षण लिया। अब 21 की उम्र में यह पेशेवर टैटू आर्टिस्ट बन गए हैं। अब तक यह देश के कई बड़े दिग्गज क्रिकेटर व गायकों के टैटू डिजाइन कर चुके हैं। फिलहाल यह मुंबई में काम कर रहे हैं। अब अपना स्टूडियो खोलना ही इनका सपना है। इसके लिए यह कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
ऐसे किया संघर्ष
शहर के किशनपुर निवासी रचित जादौन के पिता गजराज सिंह व्यापारी हैं। इनकी मां गृहणी हैं। रचित को बहुत छोटी उम्र से ही स्कैच बनाने का शौक था। वह सात साल की उम्र से ही कागज पर स्कैच बनाते थे। पहले उन्होंने घर पर ही स्कैच बनाना शुरू किया। वह इस काम के प्रति इतने समर्पित और भावुक थे कि उन्होंने इसके लिए अपना स्कूल छोड़ दिया। उनका मकसद केवल और केवल टैटू आर्टिस्ट ही बनना था। इसके लिए उन्होंने बचपन से ही कड़ी मेहनत की। स्कैच के लिए पहले प्रशिक्षण लिया। फिर, 18 साल की उम्र में मुंबई में जाकर टैटू का प्रशिक्षण लिया। अब इस काम को करते हुए करीब तीन साल का अनुभव हो गया है। अब वह एक पेशेवर टैटू आर्टिस्ट बन चुके हैं।
कई बड़े लोगों के टैटू किए डिजाइन
रचित जादौन अब तक देशभर में कई बड़े लोगों के टैटू डिजाइन कर चुके हैं। इसमें भारत में अंडर 19 क्रिकेट टीम के कप्तान प्रियम गर्ग, आईपीएल के खिलाड़ी रिंकू सिंह,गायक जावेद अली शामिल हैं। क्रिकेट शिवा सिंह व संदीप तोमर के शरीर पर भी वह टैटू बना चुके हैं। रचित कहते हैं कि अन्य क्षेत्रों से बिल्कुल अलग है। यहां इंसान की काबलियत की अलग पहचान बनती है।
खुद का स्टूडियो खोलना है सपना
रचित एक मध्यम परिवार से हैं। वह अभी मुंबई के एक प्रसिद्ध टैटू स्टेडियो में ट्रेनी के तौर पर कार्यरत हैं। अब उनका सपना खुद का स्टूडियो खोलने का है। इसके लिए वह दिन रात मेहनत कर रहे हैं। रचित कहते हैं कि वह हर काम को बारीकी से सीख रहे हैं। स्टूडियो की शुरुआत वह अलीगढ़ से ही करेंगे। यह उनकी न्म भूमि है। नोएडा में भी एक स्टूडियो खोलेंगे। युवाओं का टैटू के प्रति काफी क्रेज है।