chicken meat के दाम चार गुना बढ़े, ये है वजह Aligarh News
मीट बाजार में लॉकडाउन का असर दिखने लगा है। मीट की दुकानें भले ही बंद हों मगर मुर्गा मीट की कीमतें आसमां पर पहुंच गई हैं।
अलीगढ़[जेएनएन]: मीट बाजार में लॉकडाउन का असर दिखने लगा है। मीट की दुकानें भले ही बंद हों, मगर मुर्गा मीट की कीमतें आसमां पर पहुंच गई हैं। घरों में चोरी छिपे संचालित मुर्गा मीट के कारोबार के फलने फूलने से मुर्गा का मीट 240 रुपया प्रतिकिलो बिका, जबकि रविवार को यह 280 रुपया प्रतिकिलो था। लॉकडाउन के चलते मुर्गा फार्म संचालकों ने चूजों का प्रोडक्शन रोक दिया था। पिछले 70 दिन में मुर्गा मंडी में माल की कमी आ गई।
खाने के शौकीनों को था डर
कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर मीट के बारे में भ्रमित खबरें भी चली थीं। इससे मीट के खाने के शौकीनों में डर बैठ गया। मीट की दुकानें बंद होने से फर्मों में मुर्गा की बेकदरी होने लगी। मुर्गा फार्म के संचालकों ने चूजे का उत्पादन रोक दिया। जब से लॉकडाउन रहा है, तब से मीट बाजार बंद है। रसलगंज स्थित मछली बाजार से लेकर महानगर के कौने-कौने में स्थापित 300 दुकानों पर ताले पड़े हुए हैं।
नीवरी पर लग रही मंडी
सामान्य दिनों में मुर्गा मंडी जीटी रोड सारसौल पर लगती थीं। लॉकडाउन के बाद से यहां मंडी लगाना प्रतिबंधित कर दिया गया। यहां 15 से 20 टन रोज मुर्गों की बिक्री होती थी। अब यह मंडी गौंडा मोड़ स्थित नींवरी पर लग रही है। लॉकडाउन से 10 दिन पहले तक 50 से 60 रुपया किलो बिकता था। मुर्गा मीट दुकानों पर 100 से 120 रुपया प्रतिकिलो मिल रहा था। लॉकडाउन में रेट फिर जमीं पर आ गए। माहे रमजान में मुर्गा मीट मुस्लिम क्षेत्रों के घरों से बिकने लगा। इसके साथ ही मीट के रेट चढऩे लगे।
चोरी छिपे मिल रहा मुर्गा मीट
मीट विक्रेता सलमान खान बताते हैं कि शहर में अगर मुर्गा का मीट मिल रहा है, तो वह चोरी छिपे घरों से बेचा जा रहा होगा। मंडी में मुर्गा 135 रुपया किलो बिका है। कुछ दिन पहले 152 रुपये था। इस हिसाब से मीट भी 240 से 280 रुपया प्रतिकिलो तक बिका होगा।