अलीगढ़ में ईद मिलाद उन नबी पर अमन की दुआ

लोगों ने हरे रंग के कपड़े पहने गरीबों में खाना भी बांटा हजरत मुहम्मद के उपदेशों को अमल लाने का लिया संकल्प।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 01:20 AM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 01:22 AM (IST)
अलीगढ़ में ईद मिलाद उन नबी पर अमन की दुआ
अलीगढ़ में ईद मिलाद उन नबी पर अमन की दुआ

जासं, अलीगढ़ : मंगलवार को जिले भर में ईद मिलाद उन नबी पर्व पर अमन की दुआ मांगी गई। यह पर्व इस्लाम धर्म के पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन पर मनाया जाता है।

माना ये भी जाता है कि इस दिन ही इस्लाम के आखिरी पैगंबर हजरत मुहम्मद का जन्म हुआ था और इसी दिन उनका इंतकाल भी हुआ था। इस दिन को बारावफात के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन इस्लाम मजहब का एक महत्वपूर्ण दिन है। इस्लामी कैलेंडर के रबी- अल - अव्वल की 12 तारीख को ईद-ए-मिलाद का पर्व मनाया जाता है। इस्लामी मान्यता के मुताबिक हजरत मुहम्मद का जन्म 517 ईसवीं में हुआ था।

मंगलवार को ईद-ए-मिलाद पर हजरत मुहम्मद के उपदेशों को अमल लाने का संकल्प लेकर मस्जिदों में नमाज अदा की गई। हरे रंग के धागे बांधे गए और कपड़े पहने गए। लोगों ने गरीबों में खाना भी बांटा। प्रगतिशील सपा लोहिया के पदाधिकारियों ने भुजपुरा स्थित कार्यालय पर आयोजन किया। जमालपुर स्थित दृष्टिहीन ट्रेनिग सेंटर पर भी खुशियां बांटी गईं। प्रगतिशील सपा लोहिया के महानगर अध्यक्ष बाबा फरीद आजाद ने कहा कि विश्व के लिए यह एतिहासिक दिन है। आज के दिन पैगंबर हजरत मोहम्मद इस दुनिया में आए थे। अल्लाह ने उन्हें दुनिया में अमन और शांति पैगाम देने के लिए अपना पैगंबर बनाया था। पदाधिकारियों ने देश की तरक्की, एकता और भाईचारे के लिए दुआ की। इस अवसर पर मजहरुद्दीन, मोहम्मद हसीन, इस्लाम, अजीम, आमिर, सरताज आदि मौजूद रहे। उधर, जमालपुर स्थित दृष्टिहीन ट्रेनिग सेंटर पहुंचे पूर्व सपा विधायक जमीर उल्लाह खान ने कहा पैगंबर साहब ने दुनिया में फैले अंधकार का दूर करने के लिए सर्व समाज को मानवता भरा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि इस सेंटर की हर संभव मदद की जाएगी। इस अवसर पर संस्था के महासचिव सैयद ममनून अख्तर, डा. तसद्दुक हुसैन, डा. तस्नीम फातिमा, अफ्सा बेगम, मोहम्मद चांद, जोहा खान आदि मौजूद थे।

जिला कांग्रेस कमेटी के सेवा दल के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान, शहर कांग्रेस कमेटी के शहर अध्यक्ष शाहिद खान की ओर से नई बस्ती में प्रसाद वितरण किया गया। उनके साथ वली मोहम्मद साहब, मास्टर रफीक, सरदार अमरजीत सिंह, परवेज, नजीर, राशिद गौरी, मोहम्मद इरफान भी थे।

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