हरदुआगंज परियोजना में कोयले की कमी से विद्युत उत्पादन घटा

हरदुआगंज तापीय विद्युत परियोजना की यूनिटों को प्रबंधन क्षमता के अनुरूप नहीं चला पा रहा है जिसकी वजह परियोजना प्रबंधन द्वारा कोयला की कमी बताई जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 09:48 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 09:48 PM (IST)
हरदुआगंज परियोजना में कोयले 
की कमी से विद्युत उत्पादन घटा
हरदुआगंज परियोजना में कोयले की कमी से विद्युत उत्पादन घटा

अलीगढ़ : हरदुआगंज तापीय विद्युत परियोजना की यूनिटों को प्रबंधन क्षमता के अनुरूप नहीं चला पा रहा है, जिसकी वजह परियोजना प्रबंधन द्वारा कोयला की कमी बताई जा रही है। परियोजना में क्रमश: सात, आठ और नौ नंबर यूनिटों में 120 मेगावाट की सात नंबर यूनिट कुछ माह पहले स्वीच यार्ड में रखे टीटू ट्रांसफार्मर में भयंकर आग लगने के चलते बंद हो गई थी। यह यूनिट अभी तक नहीं चल पाई है। फिलहाल परियोजना में 250 मेगावाट की आठ और नौ नंबर यूनिट से विद्युत उत्पादन लिया जा रहा था। कुछ माह से यूनिटें अपनी पूरी क्षमता से विद्युत उत्पादन कर रही थीं, लेकिन परियोजना में कोयले की कमी के चलते प्रबंधन को इनका लोड कम करना पड़ गया। जब तक झारखंड से कोयले की आवक नहीं बढ़ेगी परियोजना की यूनिटों को कम लोड पर ही चलाया जाएगा। इस सबंध में परियोजना के कोल यार्ड डिवीजन के अधीक्षण अभियंता सुधीर कुमार ने बताया बारिश अधिक होने के चलते कोयला आ नहीं पा रहा है।

कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया

संसू, कासिमपुर : उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद अभियंता संघ ने चार एवं पांच अक्टूबर को सभी ऊर्जा निगमों पर सभी अभियंता काली पट्टी बांध कर विरोध दिवस मनाएंगे। छह, सात व आठ अक्टूबर को शाम चार बजे से पांच बजे तक एक घंटे का कार्य बहिष्कार किया जाएगा। 11 एवं 12 अक्टूबर को शाम तीन बजे से पांच बजे तक दो घंटे का कार्य बहिष्कार किया जाएगा तथा 18 से 23 अक्टूबर तक दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक तीन घंटे का कार्य बहिष्कार किया जाएगा। 18 अक्टूबर से ही सभी ऊर्जा निगमों के अभियंता तय कार्यक्रम के अनुसार आंदोलन प्रारंभ कर देंगे। वहीं प्रबंधन ने अपनी हठधर्मिता नहीं छोड़ी तो 26 अक्टूबर से सभी अभियंता अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार कर देगें। यह जानकारी क्षेत्रीय सचिव अभिषेक चौहान ने दी।

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