अलीगढ़ में एंबुलेंस चालकों की हड़ताल पर सियासत, बसपाइयों ने भेजा भोजन-पानी

जीवनदायिनी एंबुलेंस चालकों के नई कंपनी में समयाोजन वेतनवृद्धि व अन्य मागों को लेकर मंगलवार को भी चक्का जाम रहा। जनपद में कांट्रेक्ट पर कहीं भी 102 108 व एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस नहीं भेजी गईं। चक्का जाम जारी रहेगा।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 05:52 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 05:52 PM (IST)
अलीगढ़ में एंबुलेंस चालकों की हड़ताल पर सियासत, बसपाइयों ने भेजा भोजन-पानी
102, 108 व एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस नहीं भेजी गईं।

अलीगढ़, जेएनएन। जीवनदायिनी एंबुलेंस चालकों के नई कंपनी में समयाोजन, वेतनवृद्धि व अन्य मागों को लेकर मंगलवार को भी चक्का जाम रहा। जनपद में कांट्रेक्ट पर कहीं भी 102, 108 व एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस नहीं भेजी गईं। एंबुलेंस न मिलने से गर्भवतियों व गंभीर मरीजों को काफी परेशानी हुई। उन्हें टेंपो, टिर्री व अन्य निजी वाहनों से अस्पताल पहुंचाना पड़ा। एंबुलेंस स्टाफ ने मांगें पूरी होने तक चक्का जाम जारी रखने का एलान किया। बसपा नेताअों ने एंबुलेंस चालकों के धरने पर पहुंचकर आंदोलन का समर्थन किया। एसीएम द्वितीय अंजुम बी ने धरना स्थल पर पहुंचकर कर्मचारियों को समझाया, मगर वे नहीं माने।

बसपा सरकार में किया जाएगा नियमित

बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष व हरदुआगंज नगर पंचायत अध्यक्ष तिलकराज यादव अपने समर्थकों के साथ एंबुलेंस स्टाफ के धरने पर पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले प्रदर्शनकारियों के लिए नगर पंचायत से पानी का टेंकर, सचल शौंचालय व सभी के लिए खाने का प्रबंधन किया। इसके बाद समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। तिलकराज यादव ने कहा कि एंबुलेंस स्टाफ सप्ताहभर से धरने पर बैठा है। इनकी कोई सुनने के लिए तैयार नहीं है। न सत्ताधारी पार्टी का कोई जनप्रतिनिधि दर्द जानने के लिए धरना स्थल पर पहुंचा, ना ही किसी अफसर ने उनकी पीड़ा को सुना। बसपा सरकार आने पर सभी को नियमित किया जाएगा। बहन मायावती हर वर्ग की सुनती हैं। इसी लिए उन्हें सुशासन के लिए जाना जाता है।

जारी रहेगा आंदोलन

एंबुलेंस सेवा संघ के मंडल प्रभारी मंडल प्रभारी प्रदीप चौहान व जिलाध्यक्ष अजीत कौर ने कहा कि नई कंपनी एएलएस के पायलट (चालक) और इमरजेंसी मेडिकल टेक्निशियन (ईएमटी) की विज्ञापन निकालकर लगातार नए कर्मचारियों की नियुक्तियां कर रही है। समायोजन के लिए कंपनी से संपर्क किया तो 25 हजार का डिमांड ड्राफ्ट (डीडी) और वेतन 10 हजार 700 रुपये मांगे गए। ऐसे में हमें हड़ताल पर जाने को मजबूर होना पड़ता है। जब तक मांगें नहीं मानी जाएंगी, चक्का जाम जारी रहेगा।

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