Policy Refund Fraud Case : कितने नंबरों से ठगी करता था गाजियाबाद का मास्टरमाइंड, जेल में जाकर पूछेगी पुलिस Aligarh News

29 दिसंबर 2020 को सिविल लाइन थाना क्षेत्र के रेलवे स्टेशन कालोनी निवासी सेक्शन इंजीनियर (मुरादाबाद) अतर सिंह के साथ ठगी हुई थी। शातिर ने लाइफ इंश्योरेंस मुंबई आफिस से कस्टकर केयर बनकर उन्हें काल किया था। कहा कि आपकी पालिसी मेच्योर है।

By Sandeep kumar SaxenaEdited By: Publish:Sun, 07 Mar 2021 08:08 AM (IST) Updated:Sun, 07 Mar 2021 08:08 AM (IST)
Policy Refund Fraud Case : कितने नंबरों से ठगी करता था गाजियाबाद का मास्टरमाइंड, जेल में जाकर पूछेगी पुलिस  Aligarh News
जांच में ये स्पष्ट है कि गिरोह का मास्टरमाइंड संदीप है।

अलीगढ़, जेएनएन। पालिसी रिफंड कराने का झांसा देकर ठगी करने वाले गाजियाबाद के गिरोह का मास्टरमाइंड संदीप गुप्ता कई नंबरों से लोगों को ठगता था। पुलिस ने कुछ सिम व मोबाइल ट्रेस कर लिए हैं। लेकिन, इनकी पुष्टि व सत्यापन के लिए पुलिस जेल में जाकर आरोपितों से पूछताछ करेगी। इसके लिए कोर्ट से अनुमति मिल गई है। 

यह है मामला

29 दिसंबर 2020 को सिविल लाइन थाना क्षेत्र के रेलवे स्टेशन कालोनी निवासी सेक्शन इंजीनियर (मुरादाबाद) अतर सिंह के साथ ठगी हुई थी। शातिर ने लाइफ इंश्योरेंस मुंबई आफिस से कस्टकर केयर बनकर उन्हें काल किया था। कहा कि आपकी पालिसी मेच्योर है। उसका कुछ रिफंड बकाया है। इसका लालच देकर आनलाइन एक लाख 80 हजार 999 रुपये की ठगी कर ली थी। साइबर थाना पुलिस ने मामले में संदीप गुप्ता निवासी सेक्टर दो वैशाली (गाजियाबाद) मूल निवासी कैउटरा रेलवे क्रासिंग (बांदा), तारिक निवासी त्रिलोकपुरी ईस्ट दिल्ली मूल निवासी घोड़े वाली गली थाना देहलीगेट (मेरठ), हिमांशु शेखर निवासी सेक्टर दो वैशाली (गाजियाबाद) मूल निवासी विद्यापति नगर मधुबनी (बिहार) व अदनान अख्तर निवासी राजीव नगर (दिल्ली) मूल निवासी सरधना (मेरठ) को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया था। इनसे 10 मोबाइल, 70 डेबिट कार्ड, 20 सिम, चार लैपटाप बरामद, आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि किए गए हैं। जहां पैसा ट्रांसफर किया था, पुलिस ने उस खाते में लिंक मोबाइल नंबर को भी ट्रेस कर लिया है। साइबर थाने के इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि जांच में ये स्पष्ट है कि गिरोह का मास्टरमाइंड संदीप है। संदीप कई मोबाइल फोन व सिमों का इस्तेमाल करके ठगी करता था। पुलिस कने कुछ मोबाइल व सिमों को ट्रेस कर लिया है। इसी संबंध में आरोपितों से जेल में पूछताछ करने के लिए कोर्ट से अनुमति मिल गई है। जल्द ही आरोपितों से पूछताछ की जाएगी।

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