हाईटेक होगा पुलिस सिस्टम, एक क्लिक पर खुलेगी अपराधियों की कुंडली, ये है रणनीति Aligarh News
अब अपराधियों की कुंडली उनका डाटा बैंक बताएगा। जिला पुलिस के कंप्यूटर पर एक क्लिक से ही उनकी पूरी हिस्ट्री का पता चल सकेगा। इसके नोडल अधिकारी एसपी क्राइम की देखरेख में आधुनिक लैब भी खुल चुकी है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। अब अपराधियों की कुंडली उनका डाटा बैंक बताएगा। जिला पुलिस के कंप्यूटर पर एक क्लिक से ही उनकी पूरी हिस्ट्री का पता चल सकेगा। इसके नोडल अधिकारी एसपी क्राइम की देखरेख में आधुनिक लैब भी खुल चुकी है। इसमें दो महिलाओं समेत कुल चार प्रशिक्षित कर्मचारी तैनात किए गए हैं। यह टीम घटना होने पर अपराधी की जानकारी जुटाने में तकनीकी रूप से मदद करेगी। इसके पहले के आपराधिक इतिहास को भी आनलाइन किया जा रहा है। इसके तहत अपराधियों के फिंगर प्रिंट, आधार कार्ड को भी लिंक करने की प्रक्रिया चल रही है।
अलीगढ़ में खुली सीसीटीएनएस लैब
क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रेकिंग नेटवर्क सिस्टम (सीसीटीएनएस) की एसएसपी दफ्तर में खुली लैब अत्याधुनिक उपकरणों व सुविधाओं से लैस है। यह महिला थाने समेत जिले के 32 थानों के साथ ही चुनाव सेल, सर्विलांस व अन्य प्रकोष्ठों से भी सीधे जुड़ी हुई है। यहां आनलाइन एफआइआर, विवेचना, रोजनामचा ही नहीं अपराधियों का पूरा रिकार्ड भी है। वर्ष 2003 से अभी तक प्रदेश में कहीं भी अपराध करने वाले अपराधियों की लैब से जानकारी मिल सकती है। इसके पहले के आपराधिक इतिहास को भी आनलाइन किया जा रहा है। इसके तहत अपराधियों के फिंगर प्रिंट, आधार कार्ड को भी लिंक करने की प्रक्रिया चल रही है।
लैब से सीधे निगरानी
जिले के सभी थानों में कंप्यूटर कक्ष व मुख्य गेट पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। लैब की हर गतिविधि की जानकारी व निगरानी मुख्यालय से की जा सकती है। ये कैमरे लैब में लगे कंट्रोल सिस्टम से जुड़े हुए हैं।
डिजिटल रिकार्ड
हर थाने के रिकार्ड को भी डिजिटल किया गया है। डिस्ट्रिक क्राइम रिपोर्ट (डीसीआर) की भी आपराधिक इतिहास बनाने में मदद ली जा रही है।
सीटीएनएस के माध्यम से जिले के तमाम अपराधियों के बारे में सूचनाएं संकलित की जा रहीं हैं, ताकि किसी भी घटना के बाद तत्काल उन्हें पकड़ा जा सके।
- कलानिधि नैथानी, एसएसपी