अलीगढ़ में टप्पेबाजी करने वाले गिरोह का नेटवर्क खंगाल रही पुलिस
शहर के रेलवे स्टेशन व बस अड्डों पर यात्रियों को गंतव्य तक छोड़ने की आड़ में टप्पेबाजी की घटनाएं थमी नहीं है। पुलिस ने कुछ दिनों पहले गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। लेकिन अभी कुछ और लोग हैं जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। शहर के रेलवे स्टेशन व बस अड्डों पर यात्रियों को गंतव्य तक छोड़ने की आड़ में टप्पेबाजी की घटनाएं थमी नहीं है। पुलिस ने कुछ दिनों पहले गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। लेकिन, अभी कुछ और लोग हैं, जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है। इसके लिए सार्वजनिक स्थानों के आसपास के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज का अवलोकन किया जा रहा है। वहीं रेलवे स्टेशन व बस अड्डों पर पुलिस विशेष निगरानी रख रही है।
तीन टीमें गठित
शहर में अलग-अलग जगहों से लगातार टप्पेबाजी की घटनाअों के बाद एसपी सिटी ने तीन टीमें गठित की थीं। इसके तहत रेलवे स्टेशन व बस अड्डों के आसपास के सीसीटीवी कैमरे देखे गए। इसमें एक कार संदिग्ध नजर आई। पुलिस ने इसका पता लगाया और आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछा दिया। बीते दिनों पुलिस ने मिर्जापुर सिया बाईपास निवासी अनिल उर्फ अमित, सुरेंद्र, अलका, करतारी को रेलवे स्टेशन अलीगढ़ के बाहर से गिरफ्तार कर लिया। इनसे ईको कार (डीएल 8 सीयू 3808) बरामद की गई है। आरोपितों ने जिले के अलावा अन्य थाना क्षेत्रों में भी घटनाएं की हैं। जांच में नाम प्रकाश में आने पर पुलिस ने गिरोह के पांचवें सदस्य जमालपुर निवासी सुभाष को भी गिरफ्तार कर लिया था। वहीं पुलिस का दावा है कि गिरोह में और लोग शामिल हो सकते हैं। एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि गिरोह का नेटवर्क खंगाला जा रहा है।
ऐसे बनाते हैं लोगों को शिकार
आरोपित पहले यात्री को ईको में बिठा लेते थे। इसी कार में गिरोह की महिलाएं बच्चों के साथ बैठी रहती थीं। यात्री का ध्यान हटते ही बैग को नीचे खिसकाकर उसमें से सामान पार कर देते थे। अनिल के खिलाफ चार मुकदमे दर्ज हैं। इसी तरह सुरेंद्र पर सात, अलका पर तीन, करतारी पर छह मुकदमे चल रहे हैं।