विद्यार्थियों को मजबूत बनाने अभिभावक-शिक्षक आएंगे एक मंच पर, बोर्ड ने लिया फैसला Aligarh news
अलीगढ़ जेएनएन । कोरोना काल मेें माध्यमिक विद्यालयों मेें कक्षा नौ से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं की आफलाइन व आनलाइन दोनों ही माध्यम से पढ़ाई रुकी हुई है। शासन के आदेश हैं कि अभी आनलाइन पढ़ाई भी न कराई जाए।
अलीगढ़, जेएनएन । कोरोना काल मेें माध्यमिक विद्यालयों मेें कक्षा नौ से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं की आफलाइन व आनलाइन दोनों ही माध्यम से पढ़ाई रुकी हुई है। शासन के आदेश हैं कि अभी आनलाइन पढ़ाई भी न कराई जाए।
विद्यार्थियों के सामने कई चुनौतियां
नौवीं व 11वीं के विद्यार्थियों के सामने कोर्स पूरा करने की चुनौती है तो दूसरी ओर 10वीं व 12वीं के छात्र-छात्राओं के सामने परीक्षा की मजबूत तैयारी करने की टेंशन भी है। मगर कोरोना काल के चलते विद्यार्थी व शिक्षक सभी बेबस हैं। मगर अब विद्यार्थियों को कम समय में मजबूत तैयारी कराने के लिए शिक्षकों व अभिभावकों को एक मंच पर साथ आना होगा। इसके लिए यूपी बोर्ड ने भी कदम उठाया है। कोरोना काल के बाद जब शिक्षण व्यवस्था बहाल होगी तो शिक्षकों व अभिभावकों की महीने में कम से कम दो मीटिंग भी की जाएंगी। ये हर विद्यालय मेें किया जाना अनिवार्य होगा क्योंकि यूपी बोर्ड ने इसे शैक्षिक कैलेंडर में शामिल किया है।
परीक्षाओं की तैयारी के लिए शैक्षिक कैलेंडर
यूपी बोर्ड ने नए सत्र की पढ़ाई व परीक्षाओं की तैयारी के लिए शैक्षिक कैलेंडर जारी कर नई व्यवस्था को शामिल किया है। इसमें खास गतिविधि ये भी शामिल की गई कि हर महीने शिक्षक-अभिभावकों की आनलाइन या आफलाइन मीटिंग भी करना अनिवार्य किया गया है। हर विद्यार्थी की नियमित आनलाइन पढ़ाई का मूल्यांकन कर शिक्षक उसकी रिपोर्ट तैयार करेंगे। फिर इस रिपोर्ट व मूल्यांकन को अभिभावकों के साथ साझा भी किया जाएगा। उनके साथ विद्यार्थी के मूल्यांकन पर विमर्श कर सुझाव साझा किए जाएंगे। डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि बोर्ड से जारी शैक्षिक कैलेंडर में शिक्षकों व अभिभावकों की मीटिंग के निर्देश हैं। विद्यार्थी को अगर शिक्षण में कोई समस्या या कमजोरी है तो उसको शिक्षक व अभिभावक मिलकर दूर करेंगे।
आनलाइन पढ़ाई शुरू होगी
आनलाइन पढ़ाई शुरू करने के आदेश आने के बाद जब आनलाइन पढ़ाई कराई जानी शुरू होगी तो ये पढ़ाई नियमित हो इसके लिए अभिभावकों का इससे जुड़ना बहुत जरूरी है। सभी प्रधानाचार्यों को निर्देशित किया गया है कि विद्यार्थियों का मूल्यांकन नियमित कर अभिभावकों संग बैठक कर रिपोर्ट साझा की जाए। अभिभावक भी विद्यार्थी की ओर से घर पर की गई पढ़ाई का मूल्यांकन कर रिपोर्ट शिक्षकों के सामने पेश करेंगे। कोरोना संक्रमण काल के चलते सत्र भी देरी से शुरू होगा। ऐसे में कम समय में कोर्स पूरा कराने के लिए अभिभावकों व शिक्षकों को साझा रूप से इस मिशन में जुटना होगा। तभी खराब हो रहे समय की भरपाई सकारात्मक रूप में की जा सकेगी।