पंचायत चुनाव : अलीगढ़ में भाजपा ने बनाई रणनीति, प्रदेश से तय होंगे प्रत्याशी

भाजपा ने इस बार जिला पंचायत के चुनाव को लेकर चक्रव्यूह तैयार कर लिया है। जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशी प्रदेश की टीम घोषित करेगी। इससे पहले स्थानीय आधार पर ही प्रत्याशी घोषित किए जाते थे। सभी सीटों पर प्रत्याशी भी नहीं मिल पाते थे।

By Sandeep kumar SaxenaEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 09:22 AM (IST) Updated:Tue, 19 Jan 2021 09:22 AM (IST)
पंचायत चुनाव : अलीगढ़ में भाजपा ने बनाई रणनीति, प्रदेश से तय होंगे प्रत्याशी
सभी सीटों पर प्रत्याशी भी नहीं मिल पाते थे।
 
अलीगढ़, जेएनएन। भाजपा ने इस बार जिला पंचायत के चुनाव को लेकर चक्रव्यूह तैयार कर लिया है। जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशी प्रदेश की टीम घोषित करेगी। इससे पहले स्थानीय आधार पर ही प्रत्याशी घोषित किए जाते थे। स्थिति यह थी कि सभी सीटों पर प्रत्याशी भी नहीं मिल पाते थे। इसलिए लंबे समय से जिला पंचायत पर बसपा, सपा का कब्जा रहा है। मगर, इस भाजपा ने पूरी दमदारी के साथ चुनाव लड़ने की रणनीति तैयार कर ली है।
40 साल बाद टूटा वर्चस्‍व
प्रदेश में सहकारी समिति के चुनाव हों या फिर फिर विधान परिषद के चुनाव हों, भाजपा ने हर चुनाव को फतह किया है। यहां तक इस बार एमएलसी शिक्षक चुनाव में 40 साल के वर्चस्व को भी तोड़ने का काम किया है। इससे प्रदेश नेतृत्व भी उत्साहित है। अब पंचायत चुनाव में भी पार्टी प्रभावी रणनीति के साथ उतर रही है। पार्टी ने तय किया है कि जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशी लखनऊ से घोषित किए जाएंगे। हालांकि, नाम निचले स्तर से ही भेजे जाएंगे। इसमें पार्टी ने संगठन को अहम जिम्मेदारी दी है। पार्टी ने मंडल के पदाधिकारियों की अहम भूमिका तय की है। मंडल अध्यक्ष, प्रभारी और उनकी टीम प्रत्याशी का नाम चयन करेगी। वह तीन नाम जिलाध्यक्ष को भेजेंगे। इसके बाद जिलाध्यक्ष अपनी कार्यकारिणी के साथ बैठक कर उन नामों पर चर्चा करेंगे। दावेदार पार्टी में कब से सक्रिय रहा है, संगठन के प्रति उसकी कितनी निष्ठा है, आगे वह कैसा काम करेगा? इन विषयों पर चर्चा होगी। इसके बाद जिलाध्यक्ष नाम को प्रदेश कार्यालय, लखनऊ भेजेंगे। यहां पर प्रदेश चुनाव संचालन समिति नामों पर अंतिम मुहर लगाएगी।
अभी कठिन है राह
भाजपा में इस बार जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने वालों के लिए राह कठिन है। अभी हाल में एटा में हुई बैठक में साफ कह दिया गया है कि जिले से जो भी नाम भेजे जाएं पूरे जांच-परख कर भेजे जाएं। उनका कहीं कोई विवाद ना हो। पार्टी में सक्रियता हो। जिससे वह चुनाव जीत सके। इसलिए भाजपा में टिकट के लिए कड़ी मशक्कत करनी होगी। सख्त निर्देश भी दिए गए हैं कि टिकट को लेकर यदि कहीं किसी ने विरोध किया तो अनुशासनात्मक कार्रवाई भी कर दी जाएगी।
आगामी की भी तैयारी
भाजपा इस जिला पंचायत चुनाव के माध्यम से विधानसभा चुनाव की तैयारी की भी टोह लेगी। इसलिए पंचायत के चुनाव को गंभीरता से पार्टी ले रही है। क्योंकि पंचायत चुनाव के तुरंत बाद विधानसभा चुनाव का बिगुल बज जाएगा।
 
हमने हर चुनाव में फतह की है। पंचायत चुनाव भी दमदारी से लड़ेंगे और हमारे अधिक से अधिक प्रत्याशी जीतेंगे। प्रत्याशी के चयन में संगठन की अहम भूमिका होगी, जिससे प्रदेश कार्यालय पर सही व्यक्ति का नाम पहुंचेगा।
चौधरी ऋषिपाल सिंह, जिलाध्यक्ष भाजपा
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