बारिश से खेतों में बिछी धान और बाजरे की फसल, किसान परेशान

चंडौस क्षेत्र में पिछले कई दिनों से हो रही बारिश से धान एवं मक्का बाजरे आदि की फसल को नुकसान हुआ है। फसल खेतों में गिर गई है। कई जगह खेतों में पानी भरने से छोटी फसल डूब भी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 08:08 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 08:08 PM (IST)
बारिश से खेतों में बिछी धान और  
बाजरे की फसल, किसान परेशान
बारिश से खेतों में बिछी धान और बाजरे की फसल, किसान परेशान

अलीगढ़ : चंडौस क्षेत्र में पिछले कई दिनों से हो रही बारिश से धान एवं मक्का, बाजरे आदि की फसल को नुकसान हुआ है। फसल खेतों में गिर गई है। कई जगह खेतों में पानी भरने से छोटी फसल डूब भी गई है। बुधवार को इस प्रकृति की मार झेल रहे किसानों ने बताया कि ग्रामीण अंचलों में कुछ किसानों के धान की फसल लगभग तैयार होने को है। मक्का बाजरे की कटाई भी शुरू कर दी थी, लेकिन पिछले कई दिनों की बारिश ने फसल को बर्बाद कर दिया है। किसान की कटी हुई फसल खेतो में रखी हुई है, जिसे धूप खिलने का इंतजार है। पिछले दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने धान की फसल को ही जमीन पर लिटा दिया है। कई किसान कुछ दिनों के बाद धान काटने की स्थिति में थे। कुछ अर्ली वैरायटी की फसल पककर तैयार हो चुकी है, लेकिन बारिश ने किसानों को परेशानी में डाल दिया है। किसानों के अनुसार अब बारिश की जरूरत ही नहीं है, जिसको देखते हुए बुधवार को किसान नेता मुस्तकीम पठान के नेतृत्व में अनेक किसानों ने अपनी फसल के नुकसान का मुआयना कर प्रशासन से मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। वही तहसील प्रशासन की ओर से किसानों को आश्वस्त किया है कि जल्द ही नुकसान का मुआयना कर किसानों की हर संभव मदद कराई जाएगी।

बारिश से गिरी धान की फसल, जगह-जगह जलभराव

संसू, इगलास : क्षेत्र में बुधवार की सुबह से रुक-रुक कर झमाझम बारिश हुई। जहां एक ओर लोगों को गर्मी से राहत मिली, वहीं किसानों की चिता बढ़ गई है। किसान खेतों में पककर तैयार खड़ी धान की फसल गिरने से नुकसान की संभावना जता रहे हैं। वहीं खेतों में कटी पड़ी धान की फसल में पानी भर जाने से दाना खराब हो जाएगा। किसानों का कहना है कि मौसम इसी तरह करवट बदलता रहा तो निश्चित रूप से धान का उत्पादन प्रभावित होगा। एक ओर मौसम की मार तो दूसरी ओर बीमारी लगने से धान की फसल को नुकसान तय है। गांव कारस के प्राथमिक विद्यालय में बारिश का पानी भर गया। बदलते मौसम से बीमारियों का खतरा भी मंडराने लगा है। चमेली देवी हास्पिटल के चेयरमैन डा. रामकुमार सिंह ने बताया कि मौसम बदलने से खांसी, जुकाम व बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ती है। बुजुर्गों के साथ बच्चे भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। इससे बचने के लिए गर्म पानी का सेवन करें, ठंडी वस्तुओं से परहेज करें।

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