अलीगढ़ में आक्सीजन कंसंट्रेटर प्लांट सात दिन में तैयार, केमिकल न मिलने से परिणाम शून्‍य

कोरोना से जंग में जीवनदायनी आक्सीजन की कमी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। इसके चलते पीएम और सीएम की अपील पर अलीगढ़ में आक्सीजन कंसंट्रेटर प्लांट सात दिन में तैयार तो कर दिया गया लेकिन चालू नहीं हो सका।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 08:21 AM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 08:21 AM (IST)
अलीगढ़ में आक्सीजन कंसंट्रेटर प्लांट सात दिन में तैयार, केमिकल न मिलने से परिणाम शून्‍य
आक्सीजन कंसंट्रेटर प्लांट सात दिन में तैयार तो कर दिया गया, लेकिन चालू नहीं हो सका।

अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना से जंग में जीवनदायनी आक्सीजन की कमी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। इसके चलते पीएम और सीएम की अपील पर अलीगढ़ में आक्सीजन  कंसंट्रेटर प्लांट सात दिन में तैयार तो कर दिया गया, लेकिन चालू नहीं हो सका। ऐसा केमिकल उपलब्ध न होने के चलते हुआ। इसे सीएम योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लिया है। रविवार को कारोबारियों से वर्चुअल मीटिंग के दौरान सीएम ने इस प्लांट को जल्द से जल्द केमिकल दिलाने के निर्देश  संबंधित विभाग को दिए हैं। 

वर्चुअल मीटिंग के दौरान प्रसीजन ग्रुप आफ इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मनीष बंसल ने अपनेे इस प्लांट की जानकारी सीएम को दी। साथ ही दिक्कतें भी बताईं। दरअसल, पीएम  व सीएम के आह्वान के बाद सांसद सतीश गौतम, मंडलायुक्त गौरव दयाल और मनीष बंसल सहित अन्य उद्योगपति ने विजय प्रोजेक्ट को लांच किया। इसके तहत प्रसीजन ग्रुप आफ इंडस्ट्रीज ने पिछले महीने ताला नगरी सेक्टर टू ए-30 में आक्सीजन कंसंट्रेटर प्लांट स्थापित किया। इसका ट्रायल हो चुका है। रॉ मेटेरियल न मिलने के कारण उत्पादन शुरू नहीं हो सका। 

क्या होता है आक्सीजन कंसंट्रेटर

देश में कोरोना की दूसरी लहर का भीषण कहर जारी है। ऐसे में तमाम राज्यों के साथ यूपी भी आक्सीजन की किल्लत का सामना कर रहे हैं। आक्सीजन सिलिंडर की भी कमी है। इसकी जगह आक्सीजन कंसंट्रेटर की मांग बढ़ रही है। इसका उपयोग खासतौर पर होम आइसोलेशन में मौजूद मरीजों और आक्सीजन की कमी का सामना कर रहे अस्पतालों में किया जा सकता है। आक्सीजन कंसंट्रेटर एक मेडिकल डिवाइस है, जो आसपास की हवा से आक्सीजन को एक साथ इकठ्ठा करता है। पर्यावरण की हवा में 78 फीसद नाइट्रोजन और 21 फीसदी आक्सीजन गैस होती है, दूसरी गैस बाकी एक फीसद है। आक्सीजन कंसंस्ट्रेटर इस हवा को अंदर लेता है, उसे फिल्टर करता है। नाइट्रोजन को वापस हवा में छोड़ देता है और बाकी बची आक्सीजन मरीजों को उपलब्ध कराता है। बंसल ने इस प्लान की खासियत वर्चुअल मीटिंग में बताई। इस पर सीएम ने हर संभव मदद का भरोसा दिया। वर्चुअल मीटिंग में अलीगढ़ से लघु उद्योग भारती के जिलाध्यक्ष गौरव मित्तल, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रांतीय संगठन मंत्री मास्टर ओम प्रकाश, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के महानगर अध्यक्ष सतीश माहेश्वरी, सौरभ सिक्ससंस सहित 10 व्यापारी शामिल हुए।

एक मिनट में ये देता है आक्सीजन

आक्सीजन कंसंट्रेटर अलग-अलग क्षमता के होते हैं। छोटे पोर्टेबल कंसंट्रेटर एक मिनट में एक या दो लीटर आक्सीजन मुहैया करा सकते हैं। जबकि बड़े कंसंट्रेटर पांच या 10 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन सप्लाई की क्षमता रखते हैं। इनसे मिलने वाली आक्सीजन 90 से 95 फीसद तक शुद्ध होती है।

chat bot
आपका साथी