आपदा को बनाया अवसर, तैयार किया बेजोड़ एप्लीकेशन Aligarh news
कोरोना के इस संकट में आपदा को अवसर कैसे बनाया जा सकता है आशीष शर्मा और उनके दोस्त बादल सिंह राणा इसकी मिसाल हैं। इन दोनों दोस्तों ने एक बेजोड़ मोबाइल एप्लीकेशन तैयार किया है। वैसे तो इस एप्लीकेशन में 10 से अधिक सेवाएं हैं
राजनारायण सिंह, अलीगढ़ । कोरोना के इस संकट में आपदा को अवसर कैसे बनाया जा सकता है, आशीष शर्मा और उनके दोस्त बादल सिंह राणा इसकी मिसाल हैं। इन दोनों दोस्तों ने एक बेजोड़ मोबाइल एप्लीकेशन तैयार किया है। वैसे तो इस एप्लीकेशन में 10 से अधिक सेवाएं हैं, मगर इस समय इसपर कोरोना टीकाकरण का रजिस्ट्रेशन कराने वालों की होड़ मची हुई है। सरकारी साइट के साथ ही स्मूनी क्लब एप्लीकेशन पर युवा धड़ाधड़ रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। स्मूनी क्लब की टीम गांवों में भी टीकाकरण के लिए युवाओं को प्रेरित कर रही है।
प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते थे आशीष शर्मा
स्वर्णजयंती नगर निवासी आशीष शर्मा दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते थे। उनके दोस्त इंजीनियरिंग कालोनी बादल सिंह राना एक प्राइवेट कंपनी में एमआर थे। दोनों में अपना कुछ करने का जुनून बना रहता था। उन्होंने तय किया कि कुछ ऐसा करेंगे जिससे स्वयं के साथ अन्य लोगों को भी नौकरी मिल सके। खुद नौकरी करके जीवन गुजरना मंजूर नहीं है। कोरोना की पहली लहर के समय दोनों दोस्तों ने नौकरी छोड़ दी। परिवार के लोगों ने जबदस्त नाराजगी जताई। कहा कि लोगों को नौकरी नहीं मिल रही है, तुम लोग नाैकरी छोड़ रहे हो। मगर, आशीष और बादल अपने निर्णय पर अड़े रहे। दोनों दोस्तों ने स्मूनी क्लब इंडिया प्राइवेट लिमिडेट कंपनी बनाई। इस एप्लीकेशन के माध्यम से मेडिसिन डिलीवरी, डाक्टर एप्वाइमेंट समेत 10 से अधिक सेवाएं प्रदान करनी शुरू कर दीं। आशीष का दावा है कि गंभीर मरीजों के घर मात्र 10 मिनट के अंदर दवा पहुंचा पहुंचा चुके हैं। इससे एक साल के अंदर लोगों के बीच कंपनी की चर्चा बढ़ गई। इसी बीच कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो गई। आशीष और बादल ने तय किया कि इसमें टीकाकरण के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी की जाएगी। इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संपर्क किया। वहां से 10 मई को अनुमति मिल गई और इसपर टीकाकरण का रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गया।
ऐसे करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन
रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया बिल्कुल सरल है। इसमें गूगल प्ले स्टोर से स्मूनी क्लब मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड करना होता है। उसके बाद मोबाइल नंबर डालकर लांगिंग करना होता है। सामने इमेज पर क्लिक करना होगा। इसके बाद रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी करनी होती है। आशीष बताते हैं कि 16 मई को 110 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया। सबसे अच्छी बात है कि गांव के युवा सबसे अधिक इससे जुड़ रहे हैं।
गांव-गांव जा रही है टीम
आशीष और बादल बताते हैं कि कंपनी 18 युवाओं को रोजगार भी दे रही है। ये युवा गांव-गांव जाकर टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। टीम गांवों में लोगों को कोरोना बचाव के बारे में भी बताती है।
पीपल के पेड़ भी लगाएगी कंपनी
कंपनी लाभांश के दो फीसद राष्ट्र सेवा में भी लगाएगी। कंपनी पीपल और नीम के पौधे भी लगाएगी, जिससे पर्यावरण ठीक बना रहे। आशीष और बादल बताते हैं कि कंपनी का मुख्य उद्देश्य अधिक लाभ कमाना नहीं है, बल्कि युवाओं को रोजगार से जोड़ना और पर्यावरण सुरक्षा पर काम करना है। इसमें सभी का सहयोग मिल भी रहा है।