अलीगढ़ के गांव में खुलेंगे ओपन जिम, स्वस्थ्य रहेंगे ग्रामीण, ये है नीति

कोरोना काल में लोग स्वास्थ्य को लेकर काफी सजग हुए हैं। एेसे में पंचायती राज विभाग ने भी लोगों की दिलचस्पी को देखते हुए गांव-गांव अोपन जिम खोलने का फैसला लिया है। पहले चरण में जिले की सौ पंचायतों में जिम की स्थापना होगी।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 04:14 PM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 04:14 PM (IST)
अलीगढ़ के गांव में खुलेंगे ओपन जिम, स्वस्थ्य रहेंगे ग्रामीण, ये है नीति
पहले चरण में जिले की सौ पंचायतों में जिम की स्थापना होगी।

अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना काल में लोग स्वास्थ्य को लेकर काफी सजग हुए हैं। एेसे में पंचायती राज विभाग ने भी लोगों की दिलचस्पी को देखते हुए गांव-गांव अोपन जिम खोलने का फैसला लिया है। पहले चरण में जिले की सौ पंचायतों में जिम की स्थापना होगी। दो हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में जिम खोले जाएंगे। इससे ग्रामीण भी स्वस्थ्य रहेंगे।  प्रधानों की सहमति के आधार पर ओपन जिम बनेंगे। इसके साथ ही पंचायतों में पुस्तकालय, हर्बन गार्डन, कूड़ा निस्तारण प्लांट, रेन वाटर हार्वेस्टिंग की भी स्थापना की जा रही है।

यह है योजना

जिले में कुल 867 ग्राम पंचायतें हैं। अब शपथ ग्रहण के बाद सभी प्रधानों ने कामकाज करना शुरू कर दिया है। पंचायती राज विभाग से भी पंचायतों में विकास की रूपरेखा बनाई गई है। कोरोना काल को देखते हुए गांव-गांव ओपन जिम खोलने का फैसला लिया है।2000 वर्ग मीटर जमीन वाली पंचायतों का इसमें चयन किया जा रहा है। इस जिम के चारो तरफ लोगो के टहलने के लिए ट्रैक भी बनाए जाएंगे। राज्य वित्त आयोग से भी इसके बजट की पूर्ति होगी। डीपीआरओ धनंजय जायसवाल ने बताया कि प्रधानों के बदलने के बाद अब जिले में नए सिरे से प्रधान बने हैं। अब इन प्रधानों ने कामकाज करना शुरू कर दिया है। ऐसे में पंचायती राज विभाग ने इस बार पंचायतों में ओपन जिम खोलने का फैसला लिया है। वैसे तो हर पंचायत में ओपन जिम बननी हैं, लेकिन पहले चरण में सौ पंचायत चयनित हुए हैं।

प्रधानों की सहमित जरूरी 

ग्राम निधि से इनमें धनराशि खर्च होगी। जब इन पंचायतों में काम पूरा हो जाएगा, उसके बाद बाकी के बची हुई पंचायतों में काम पूरा कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि आेपन जिम में बड़ों के साथ ही बच्चों के हिसाब से भी उपकरण्ध रखे जाएंगे। प्रधानों की सहमति के आधार पर ओपन जिम बनेंगे। इसके साथ ही पंचायतों में पुस्तकालय, हर्बन गार्डन, कूड़ा निस्तारण प्लांट, रेन वाटर हार्वेस्टिंग की भी स्थापना की जा रही है।

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