मंडी प्रशासन ने लगवाई खुली बोली, तीन सौ रुपये प्रति क्विंटल बढ़ गए धान के भाव Aligarh news

मंडी में खुली बोली लगने धान की कीमतों में तीन सौ रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा हुआ है। इससे किसानों के चेहरे खिले हुए हैं। मंडी में अधिक से अधिक धान की बिक्री कराने के लिए सुबह से ही मंडी टीम द्वारा बोली लगना शुरू कर दी जाती है।

By Parul RawatEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 11:39 AM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 06:24 PM (IST)
मंडी प्रशासन ने लगवाई खुली बोली, तीन सौ रुपये प्रति क्विंटल बढ़ गए धान के भाव Aligarh news
मंडी में शुक्रवार को खुली बोली लगवाकर धन की बिक्री कराते मंडी निरीक्षक

हाथरस, जेएनएन : मंडी में खुली बोली लगने धान की कीमतों में तीन सौ रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा हुआ है। इससे किसानों के चेहरे खिले हुए हैं। मंडी में अधिक से अधिक धान की बिक्री कराने के लिए सुबह से ही मंडी टीम द्वारा बोली लगना शुरू कर दी जाती है।

दो टीमें बनाइ गई

किसानों को इस बार धान की ने किसानों को बहुत रुलाया है। मंडी समिति धान की बिक्री आढ़ती व व्यापारियों द्वारा आपस में कर ली जाती थी। अधिकारियों तक किसानों की आवाज पहुंची तो उन्होंने मंडी में खुली बोली लगाकर धान की बिक्री कराने के निर्देश मंडी के अधिकारियों को दिए। उसके बाद दूसरे दिन से मंडी प्रशासन द्वारा धान की खुली बोली लगवा कर बिक्री शुरू करा दी गई। इसके लिए मंडी में दो टीम बनाई गईं। इनमें एक टीम द्वारा सुबह आठ बजे से मध्यांह बारह बजे तक व दूसरी टीम द्वारा मध्यांह बारह बजे से शाम बोली खत्म होने तक का समय निर्धारित किया गया। क्रय केंद्राें पर भी अब मोटा धान पहुंचना शुरू हो गया है। जिले में 14 क्रय केंद्र बनाए गए हैं।

तीन सौ रुपये प्रति क्विंटल बढ़ गया भाव

खुली बोली लगने से इसका लाभ भी मिलना शुरू हो गया। सोलह सौ रुपये प्रति क्विंटल बिकने वाला धान आठ दिनों में उन्नीस सौ रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। इससे तीन सौ रुपये प्रति क्विंटल तक का लाभ किसानों को मिलने लगा है। यह खुली बोली किसानों के सामने ही व्यापारी व आढ़ती द्वारा लगाई जाती है।

इनका कहना है

खुली बोली लगवाकर मंडी प्रशासन द्वारा सराहनीय कार्य किया गया है। इसी तरह यदि सभी फसलों की बिक्री कराए जाए तो किसानों नुकसान से बचाया जा सकता है। इसी तरह की व्यवस्था सभी मंडियों में होनी चाहिए।

- हमवीर सिंह किसान

किसानों को उचित मूल्य दिलाने के लिए ही मंडी में धान की फसल की बिक्री के लिए खुली बोली लगवाई जा रही है। सामने धान की रेट निर्धारित होने से किसान भी इससे खुश दिख रहे हैं।

- यशपाल सिंह मंडी सचिव

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