श्रावण के दूसरे सोमवार को शिवालयों में उमड़ा आस्था का सैलाब Aligarh news

श्रावण मास भगवान शिव की आराधना के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। इस मास में पड़ने वाले प्रत्येक सोमवार को व्रत रखकर भगवान भाेलेनाथ को जलाभिषेक करने से वह प्रसन्न होते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। ऐसा श्रद्धालुओं का मानना है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 12:23 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 12:47 PM (IST)
श्रावण के दूसरे सोमवार को शिवालयों में उमड़ा आस्था का सैलाब  Aligarh news
सावन के दूसरे सोमवार को भगवाल शंकर का जलाभिषेक करते श्रद्धालु।

अलीगढ़, जेएनएन । श्रावण मास भगवान शिव की आराधना के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। इस मास में पड़ने वाले प्रत्येक सोमवार को व्रत रखकर भगवान भाेलेनाथ को जलाभिषेक करने से वह प्रसन्न होते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। ऐसा श्रद्धालुओं का मानना है। इसी धारणा के साथ श्रावण मास के द्वितीय सोमवार को कस्बा तथा ग्रामीण अंचल में भोर की पहली किरण के साथ ही जय शिवओंकार की मधर ध्वनि के साथ श्रद्धालुओं की शिवालयों में लाइन लगी। वेलपत्र, मिष्ठान्न, फल, दूध, शहद आदि चढ़ाकर श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। भोलेनाथ के दर्शन कर मनोतियां मांगी।

भोले भंडारी के जयकारों से गूंजे शिवालय

इगलास के वनखंड़ी महादेव मंदिर, बेसवां के वनखंड़ी महादेव, भूतेश्वर महादेव, रुद्रेश्वर महादेव, सहारा खुर्द स्थित कार्तिके द्वारा स्थापित कुमारेश्वर, प्रतिज्ञेश्वर, कपालेश्वर मंदिर, गोरई के वनखंड़ी महादेव आदि मंदिरों पर श्रद्धालुओं ने निराहारी व्रत रखकर पूजा अर्चना की। इस दौरान मंदिर परिसर भोले भंडारी के जयकारों से गुंजायमान रहा। पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। इगलास के वनखंडी महादेव मंदिर के महंत विजय गोस्वामी ने बताया कि सांय को मंदिर पर शिव विवाह का आयोजन होगा। भगवान भोलेनाथ व माता पार्वती के भव्य श्रंगार दर्शन कराए जाएंगे। वहीं सभासद हरीश अग्रवाल ने बताया कि हाथरस मार्ग स्थित शिव पार्क में सायं सात बजे भव्य आरती होगी। आचार्य पं. मुकेश शास्त्री द्वारा विधि विधान से कार्यक्रम संपन्न कराया जाएगा।

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