निर्जला एकादशी पर इगलास में लगाई शर्बत की प्याऊ, किया दान पुण्य Aligarh news

पुरानी तहसील मार्ग स्थित सत्संग भवन पर शर्बत की प्याऊ लगाकर राहगीरों को बांटा। इस मौके पर राजू भाई हरीश शर्मा मदनलाल छोटेलाल आदि थे। गोंड़ा मार्ग स्थित प्राचीन पथवारी मंदिर पर शर्बत की प्याऊ लगाई गई। ठंडा शर्बत पीने के लिए काफी संख्या में लोगों की लाइन लगी रही।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 02:36 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 03:15 PM (IST)
निर्जला एकादशी पर इगलास में लगाई शर्बत की प्याऊ, किया दान पुण्य Aligarh news
पुरानी तहसील मार्ग स्थित सत्संग भवन पर शर्बत की प्याऊ लगाकर राहगीरों को बांटा।

अलीगढ़, जेएनएन । इगलास नगर सहित ग्रामीण अंचल में निर्जला एकादशी पर्व मनाया गया। लोगों ने ब्राह्मणों को दान कर पुण्य अर्जित किया। जगह-जगह शर्बत की प्याऊ भी लगवाई गई।

प्‍याऊ लगाकर बांटा शर्बत

पुरानी तहसील मार्ग स्थित सत्संग भवन पर शर्बत की प्याऊ लगाकर राहगीरों को बांटा। इस मौके पर राजू भाई, हरीश शर्मा, मदनलाल, छोटेलाल आदि थे। गोंड़ा मार्ग स्थित प्राचीन पथवारी मंदिर पर शर्बत की प्याऊ लगाई गई। ठंडा शर्बत पीने के लिए काफी संख्या में लोगों की लाइन लगी रही। लोगों ने भीषण गर्मी में ठंडा शराब पीकर राहत महसूस की। इस मौके पर सुमित अग्रवाल, हेमंत कुमार, मयंक उपाध्याय, भूरा सिंह, प्रवीन जिंदल, सतेन्द्र चौधरी, अमित अग्रवाल आदि थे। आचार्य मयंक उपाध्याय ने बताया कि हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। प्रत्येक वर्ष 24 एकादशियाँ होती हैं। जब अधिकमास या मलमास आता है तब इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है। ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी कहते है इस व्रत मे पानी का पीना वर्जित है इसिलिए इसे निर्जला एकादशी भी कहते है।

श्रद्धालुओं को विधिविधान से रखा व्रत और किए दान

सोमवार को निर्जला एकादशी पर्व को लेकर श्रद्धालुओं ने भगवान श्री हरि की पूजा अर्चना कर विधि-विधान से व्रत रखा। वही शर्बत, ऋतु फल, हाथ का पंखा, वस्त्र आदि का दान कर पुण्य अर्जित किया।

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