अलीगढ़ नगर निगम में नई व्यवस्था में ढलेंगे पुराने सफाई कर्मी
उटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों के लिए नगर निगम की नई व्यवस्था में पुराने कर्मचारियों को भी ढलना होगा। जेम पोर्टल के जरिए नए कर्मचारी रखे जाने हैं। जो फर्म भर्ती करेगी उसी के अधीन पुराने कर्मचारी भी होंगे। यानी कर्मचारियों का वेतन पीएफ ईएसआइ की सुविधाएं आगे से यही फर्म देगी।
अलीगढ़, लोकेश शर्मा। उटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों के लिए नगर निगम की नई व्यवस्था में पुराने कर्मचारियों को भी ढलना होगा। जेम पोर्टल के जरिए नए कर्मचारी रखे जाने हैं। जो फर्म भर्ती करेगी, उसी के अधीन पुराने कर्मचारी भी होंगे। यानी, कर्मचारियों का वेतन, पीएफ, ईएसआइ की सुविधाएं आगे से यही फर्म देगी। वर्तमान में ये सुविधाएं शहरी आजीविका केंद्र (सीएलसी) दे रहा है। कर्मचारियों से कहां क्या काम लेना है, ये नगर निगम तय करेगा।
यह है मामला
नगर निगम में बड़े पैमाने पर नए आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों की भर्ती हो रही है। 2018 से ये जिम्मेदारी सीएलसी के पास है। इस बार जेम पोर्टल के जरिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। जेम पोर्टल पर कम से कम तीन फर्माें को टेंडर डालने होंगे। नगर निगम की शर्तों पर सटीक बैठी किसी एक फर्म का चयन कर कर्मचारियों की भर्ती की जिम्मेदारी दी जाएगी। नगर निगम ने अन्य शर्तों के साथ एक शर्त यह भी रखी है कि निगम में कार्यरत पुराने कर्मचारियों की जिम्मेदारी भी फर्म को लेनी होगी। नगर निगम में ऐसे 1008 आउटसोर्सिंग कर्मचारी कार्यरत हैं। 489 सफाई कर्मचारी नए रखे जाने हैं। कुल 1497 कर्मचारी फर्म के अधीन होंगे। पुराने कर्मचारियों की नए सिरे से भर्ती भी की जा सकती है। फिलहाल इसको लेकर निगम अधिकारी मंथन कर रहे हैं। उधर, कर्मचारी नेता एक हजार सफाई कर्मचारियों की भर्ती की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि अाबादी के आधार सफाई कर्मचारी उपलब्ध कराए जाएं। 10 हजार की आबादी पर 28 कर्मचारियों के वर्षों पुराने मानक हैं, ये मानक भी पूरे नहीं हो पा रहे।
निगम के खाते से होता भुगतान
आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को वेतन सीएलसी देता है, लेकिन ये धनराशि नगर निगम के खाते से ही जाती है। निगम 336.85 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से प्रति सफाई कर्मचारी का वेतन सीएलसी को देता है। सीएलसी द्वारा इसे कर्मचारियों के खाते में डाल दिया जाता है। नए कर्मचारी रखने के बाद निगम पर करीब 49.41 लाख रुपये प्रतिमाह का बोझ बढ़ जाएगा।