तेल की धार हुई तेज, सरसों का तेल 140 के पार Aligarh News

सरसों की नई आबक आने के बाद भी तेल की कीमतें चढ़ने की जगह लगातार बढ़ रही है। सरसों के तेल की कीमत 140 रुपये प्रतिलीटर के पार कर गई हैं। पाम आयल की कीमतों में भी आग लगी हुई हैं। रिफाइंड के दामों में आग लगी हुई है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 11:42 AM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 11:42 AM (IST)
तेल की धार हुई तेज, सरसों का तेल 140 के पार Aligarh News
सरसों की नई आबक आने के बाद भी तेल की कीमतें चढ़ने की जगह लगातार बढ़ रही है।

अलीगढ़, जेएनएन। सरसों की नई आबक आने के बाद भी तेल की कीमतें चढ़ने की जगह लगातार बढ़ रही है। सरसों के तेल की कीमत 140 रुपये प्रतिलीटर के पार कर गई हैं। पाम आयल की कीमतों में भी आग लगी हुई हैं। इसके चलते रिफाइंड के दामों में आग लगी हुई है।

सरसों के तेल के दाम बढ़े

एक बार फिर कोरोना संकट बढ़ता जा रहा है। महाराष्ट्र, दिल्ली सहित अन्य कई राज्यों में नाइट कफ्र्यू जड़ दिया है। बंदरगोहों से आने वाले पाम आयल ने महंगाई को और भी भड़का दिया है। गल्ला मंडियों में नई सरसों की फसल आ चुकी है। बावजूद सरसों के तेल के दाम कम नहीं हो रहे। बुधवार को फुटकर बाजार में ब्रांडेड सरसों का तेल 140 से 145 रुपया प्रतिलीटर तक बढ़ा। इससे दाल का तड़का व सब्जी का छौंक महंगा हो गया है।

दिसंबर में ब्रांडेड तेल की कीमत 120 रुपया प्रतिलीटर थीं। उपभोक्ताओं को नई सरसों की फसल आने से तेल की कीमतें घटने का अनुमान था। मगर ऐसा नहीं हुआ। बाजार में ये कीमतें घटने के स्थान पर बढ़ रही हैं। 22 मर्च 2021 को सरसों की तेल की कीमत 100 रुपया प्रतिलीटर तक थीं। इसी तरह वनस्पति घी के भाव भी दिसंबर में 100 रुपया प्रतिलीटर तक थे दाम। यह 124 से 130 रुपया प्रतिकिलो तक हो गई हैं। इसी तरह रिफाइंड की कीमत दिसंबर में 120 रुपया प्रति लीटर थीं, अब फुटकर बाजार में यह ब्रांडेड में 140 से 145 रुपया प्रतिलीटर हो गया है।

तेल में मिलावट हुई कम

देश में पाम आयल मांग के अनुरूप कम है। कारोबारी सूत्रों के अनुसार 60 फीसद पाम आयल मलेसिया सहित अन्य देशों से आयात होता है। सरकार ने इस पर आयात शुल्क में भारी वृद्धि की है। महंगा होने के चलते पाम आयल की मिलावट सरसों के तेल में ना के बरावर हो गई है। तेल मिलों में सरकार की निगरानी भी तेज हो गई है। देशी-विदेशी पाम आयल कंपनियों के उत्पादन व आयात पर सरकार का सख्त पेहरा हो गया है। इस लिए पाम आयल की सरसों के तेल में मिलावट ना कर बरावर है। इस लिए तेल के भावों में सरसों के सीजन होने के बाद भी रेट नहीं घटे हैं।

खाद्य तेलों की कीमतों में आए दिन पैसा बढ़ रहे हैं। पिछले तीन दिन में रिफाइंड व सरसों के तेल पर चार से पांच रुपया प्रतिलीटर वृद्धि हुई है। अब दिल्ली में नाइट कफ्यूZ लग गया है। इससे से भी भारी असुविधा होगी। अधिकांश ट्रक रात में ही लोड होते हैं। बाजार में बढ़ती मांग व माल की कमी के चलते कीमतों में और भी तेजी आ सकती है।

- मुकेश वाष्र्णेय, डीलर, खाद्य तेल

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