अफसरों को कुछ न सूझा तो ठप पड़ी व्यवस्था को दी हवा, जानिए क्या है मामला
शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए नगर निगम में नित नए प्रयोग हाे रहे हैं। कभी कूड़ा निस्तारण की योजनाएं बनती हैं तो कभी सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की बात होती है। नई मशीनें आधुनिक उपकरण खरीदने के लिए बजट भी पास हो चुका है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए नगर निगम में नित नए प्रयोग हाे रहे हैं। कभी कूड़ा निस्तारण की योजनाएं बनती हैं, तो कभी सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की बात होती है। नई मशीनें, आधुनिक उपकरण खरीदने के लिए बजट भी पास हो चुका है। लेकिन, सफाई व्यवस्था ढर्रे पर नहीं आ पा रही। अब एक और प्रयोग किया गया है। वार्डों में स्वच्छता निरीक्षक, सुपरवाइजर से अलग नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं। इसके लिए सभी विभागों से अधिकारी लिए गए हैं। हालांकि, पहले भी ऐसी व्यवस्था हुई थी, लेकिन ज्यादा दिन चल न सकी। ठप पड़ी व्यवस्था को निगम अफसर हवा दे रहे हैं। अब देखना है कि ये कितने दिन चलती है।
नोडल अधिकारी नियमित दौरा करेंगे
शहर में बेपटरी हो रही सफाई व्यवस्था पटरी पर लाने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। ये नोडल अधिकारी प्रत्येक वार्ड में जाकर जन समस्याएं भी सुनेंगे। अफसरों का कहना है कि नोडल अधिकारी पार्षदों से समंवय बनाएंगे और उनके सहयोग से वार्डों का दौरा करेंगे। लोगों के बीच जाने से नगर निगम के प्रति उनका विश्वास बढ़ेगा। नोडल अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी सार्वजनिक किए गए हैं, जिससे कोई भी व्यक्ति इनसे संपर्क कर समस्याएं बता सकता है। यही व्यवस्था कोरोना की पहली लहर के बाद की गई थी। तब भी 80 वार्डों में 27 नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए थे। हफ्ते भर भी वे टिक न सके और अपने मूल काम में व्यस्त हो गए। फिर न निगम अफसरों ने इनकी सुध ली, न ही नोडल अधिकारियों ने कोई प्रयास किए। अब फिर वही दोहराया जा रहा है। नगर आयुक्त गौरांग राठी का कहना है जनप्रतिनिधियों के सुझावों के आधार यह व्यवस्था की गई है। इससे सफाई व्यवस्था और भी बेहतर होगी। इसके लिए निरंतर प्रयास किए जाएंगे। 80 वार्डों में 27 नोडल अधिकारी नियुक्त कर सफाई व्यवस्था को प्रभावी किया जा रहा है। नोडल अधिकारी वार्डों में पार्षदों के साथ दौरा कर लोगों की समस्याएं सुनेंगे और निस्तारण भी कराएंगे। नए वार्डों में भी नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। ऐसे 10 वार्ड हैं, इनमें सफाई कर्मचारी नियुक्त किए जा चुके हैं। नोडल अधिकारी नियमित दौरा करेंगे तो सफाई कार्य में लापरवाही की गुंजाइश नहीं रहेगी।