कोरोना काल में अस्पतालों के निरीक्षण की जानकारी भी न दे सके अफसर Aligarh news

कोरोना काल में निजी अस्पताल नर्सिंग होम में अफसरों के औचक निरीक्षण की जानकारी भी आरटीआइ में नहीं मिल पा रही। आरटीआइ के जरिए सूचना मांगी गई थी कि पिछले एक साल में जिलाधिकारी ने कितने निजी अस्पताल व नर्सिंग होम का औचक निरीक्षण किया।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 02:10 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 02:22 PM (IST)
कोरोना काल में अस्पतालों के निरीक्षण की जानकारी भी न दे सके अफसर Aligarh news
कोरोना काल में जिलाधिकारी द्वारा किए निरीक्षण की जानकारी भी आरटीआइ में नहीं दी जा रही है।

अलीगढ़, जेएनएन । कोरोना काल में निजी अस्पताल, नर्सिंग होम में अफसरों के औचक निरीक्षण की जानकारी भी आरटीआइ में नहीं मिल पा रही। आरटीआइ के जरिए सूचना मांगी गई थी कि पिछले एक साल में जिलाधिकारी ने कितने निजी अस्पताल व नर्सिंग होम का औचक निरीक्षण किया। जवाब न मिलने पर आवेदक ने प्रथम अपील की। लेकिन, इस अपील पर भी कोई सूचना उपलब्ध नहीं कराई गई। आवेदक द्वारा अब द्वितीय अपील की जा रही है। आवेदक का कहना है कि कोरोना काल में प्रशासनिक अधिकारियों के निरीक्षण न करने से निजी अस्पतालों में खूब मनमानी हो रही है। 

जिलाधिकारी ने किया अस्‍पतालों का औचक निरीक्षण

बन्नादेवी क्षेत्र की प्रिंस कालोनी निवासी केशवदेव ने 26 फरवरी को आरटीआइ के तहत जिलाधिकारी कार्यालय से सूचनाएं मांगी थीं। पूछा कि जनवरी, 2020 से 25 फरवरी, 2021 तक जिलाधिकारी ने शहर में संचालित कितने नर्सिंग होम व निजी अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी द्वारा किए गए औचक निरीक्षण के संबंध में विवरण भी उपलब्ध कराने काे कहा। आवेदक ने बताया कि निर्धारित समय में सूचना न मिलने पर छह अप्रैल को प्रथम अपील की गई। इसके बाद भी मांगी गईं सूचनाएं उपलब्ध नहीं कराई गईं। आवेदक ने कहा कि कोरोना काल में जिलाधिकारी द्वारा किए निरीक्षण की जानकारी भी आरटीआइ में नहीं दी जा रही है। अब इस संबंध द्वितीय अपील राज्य सूचना आयोग में की जाएगी। उन्होंने कहा कि नर्सिंग होम व निजी अस्पताल मनमानी कर रहे हैं। मरीज परेशान हैं। इलाज और दवाओं के नाम पर मनमानी फीस वसूली जा रही है। इस पर अंकुश लगना ही चाहिए।

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