Aligarh Municipal Corporation: फुटपाथों को कब्जा मुक्त कराने में अफसरों के छूट रहे पसीने, जानिए वजह
Footpath occupied in Aligarh शहर में प्रमुख मार्गों पर फुटपाथों को कब्जा मुक्त कराने नगर निगम अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं। स्थानीय लोगों का विरोध और राजनेताओं के दवाब के चलते अफसर खुद को असहज महसूस कर रहे हैं।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। शहर में प्रमुख मार्गों पर फुटपाथों को कब्जा मुक्त कराने नगर निगम अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं। स्थानीय लोगों का विरोध और राजनेताओं के दवाब के चलते अफसर खुद को असहज महसूस कर रहे हैं। यही वजह है कि अतिक्रमण के खिलाफ नियमित चलने वाला अभियान कभी कभार भी चल रहा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि पर्याप्त पुलिस बल न होने से टीम कार्रवाई नहीं कर पाती। झगड़ा करने पर लोग अमादा हो जाते हैं। शुरुआती अभियान में पुलिस बल पर्याप्त मात्रा में था, तब कार्रवाई भी ठीकठाक हुई।लेकिन, जबसे पुलिस अन्य कामों में व्यस्त हुई है, अभियान की गति धीमी पड़ गई।
यह हैं शहर में फुटपाथ के हालात
शहर को अतिक्रमण मुक्त कराकर विकास कार्य करना नगर निगम की प्राथमिकता में था। इसलिए नगर निगम के प्रवर्तन दल रिटायर्ड फौजियों को शामिल किया गया। जिससे निगम की टीम किसी दवाब में न आए। लेकिन, मौजूदा हालात देखकर लगता है कि प्रवर्तन दल खुद दवाब महसूस कर रहा है। यही वजह है कि एबीडी एरिया में भी अतिक्रमण पूरी तरह से नहीं हटाया जा सका। फसाड इंप्रूवमेंट ड्राइव योजना के तहत भी शहर में सुंदरीकरण का कार्य शुरू हुआ था, ये भी फिलहाल बंद है। जबकि, सर्किल स्तर पर निगम अधिकारियों को योजना के तहत विकास कार्य कराने की जिम्मेदारी मिली थी। मगर अतिक्रमण न हटने से निर्माण कार्य नहीं हो पा रहे। फुटपाथों पर लगने वाले ठेल, ढकेल, फड़ वेंडिंग जोन में शिफ्ट नहीं कराए जा सके। जगह-जगह लगाई गईं नर्सरी का एरिया भी सीमित नहीं हो सका है। सड़क पर जगह-जगह वाहन खड़ा करने पर प्रवर्तन दल कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। इसके लिए नगर निगम ने पुलिस से मदद मांगी है। अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार गुप्त ने कहा कि अतिक्रमण के खिलाफ नियमित कार्रवाई की जा रही है। लोग स्वयं ही अतिक्रमण हटा रहे हैं। पुलिस की मदद के लिए अधिकारियों से कहा गया है। बड़ी कार्रवाई के लिए नगर निगम को पर्याप्त पुलिस बल मुहैया कराया जाएगा।