अलीगढ़ में लोड न उठाने के चलते सात नंबर यूनिट को किया बंद
जासं अलीगढ़ कासिमपुर में पर्यावरण वन एवं जलवायु मंत्रालय द्वारा कोयला व बिजली घरों के पर्याव
जासं, अलीगढ़: कासिमपुर में पर्यावरण, वन एवं जलवायु मंत्रालय द्वारा कोयला व बिजली घरों के पर्यावरण मानकों को लागू करने की समयावधि बढ़ा देने के चलते आठ जनवरी 2020 से थर्मल बैंकिग पर बंद हरदुआगंज तापीय परियोजना की सात नंबर यूनिट को मंगलवार की शाम को लाइट पर कर दिया गया था। लेकिन लंबे समय के बाद लाइट अप हुई सात नंबर यूनिट अपनी क्षमता के अनुरूप चार दिन तक तकनीकी कमी के चलते पूरी तरह से लोड नहीं उठा पा रही थी और बार -बार ट्रिपिग की समस्या के चलते बंद हो रही थी। इसके चलते प्रबंधन को शुक्रवार के देर शाम इसे बंद करना पड़ गया। सात नंबर के बंद होते ही परियोजना का उत्पादन भी गिर गया। यह यूनिट 120 मेगावाट विद्युत उत्पादन करने की क्षमता रखती है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु मंत्रालय के आदेश के तहत 25 वर्ष पुरानी हो चुकीं यूनिटों को 31 दिसंबर 2022 तक खत्म किया जा रहा था। इसमें हरदुआगंज तापीय परियोजना की सात नंबर यूनिट को भी प्रदूषण फैलाने का हवाला देते हुए चिन्हित कर खत्म किया जा रहा था। लेकिन मंत्रालय के नए आदेश के चलते यह सीमा 31 दिसंबर 2025 तक बढ़ा दी गई है।
नए आदेश के चलते बीते मंगलवार की शाम को सात नबंर को लाइट अप कर दिया गया, लेकिन लंबे समय के बाद चलीं यूनिट चार दिन से ट्रिपिग जैसी समस्या से जूझती रहीं। इंजीनियरों के द्वारा यूनिट का 30 मेगावाट से ऊपर लोड बढ़ाने पर यूनिट बार-बार ट्रिपिग कर बंद हो रहीं थी। आखिरकार प्रबंधन को शुक्रवार की देर शाम सात नंबर यूनिट को बंद करना पड़ गया।
बताया जा रहा है यह समस्या यूनिट में फंसे कोयला के कारण बन रही है। जैसे-जैसे कोयला नीचे धंसेगा। यूनिट पर से कोयले का लोड खत्म हो जाएगा एवं पूरी क्षमता से उत्पादन करने लगेगी।
फिलहाल नौ नंबर यूनिट से 250 मेगावाट ही विद्युत उत्पादन हो रहा है। आठ नंबर यूनिट की ओवर हालिग की जा रहीं है, जो मई में जाकर पूरी होगी। इस सबंध में हरदुआगंज तापीय परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक इंजीनियर आरके वाही ने बताया यूनिट को बंद करते समय जगह-जगह कोयला फंस जाता है। लाइट अप करते समय यह समस्या आना स्वभाविक होता है, लेकिन जल्द ही लाइट अप कर दी जाएगी।