अब बादलों से लग रहा डर, दिखने लगे तबाही के मंजर Hathras News
पांच दिन पूर्व बारिश के लिए तरस रहे शहर और गांव के लोगों के लिए अब आसमान में बादल देखकर डर रहा है क्योंकि बारिश से अब तबाही के मंजर दिखने लगे हैं। मकान और उनकी छते गिरने से लोग घायल हो रहे हैं। फसलें डूब रही हैं।
हाथरस़,जेएनएन। पांच दिन पूर्व बारिश के लिए तरस रहे शहर और गांव के लोगों के लिए अब आसमान में बादल देखकर डर रहा है, क्योंकि बारिश से अब तबाही के मंजर दिखने लगे हैं। मकान और उनकी छते गिरने से लोग घायल हो रहे हैं। फसलें डूब रही हैं। आने जाने के रास्ते बंद हो रहे हैं। एेसे में लोग अब बारिश न होने की दुआ कर रहे हैं।
जगह जगह जलभराव
जुलाई के दूसरे सप्ताह में शनिवार तक भीषण गर्मी के कारण लोग परेशान थे। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार रविवार की दोपहर से मानसून एेसा सक्रिय हुआ कि बारिश रुक-रुक कर हो रही है। इससे जगह-जगह जलभराव हो रहा है। शहर व कस्बों की गलियों से लेकर गांवों के दगड़ों व खेतों में पानी भर गया है। इसका असर इंसानी जिंदगी के साथ फसलों पर पड़ रहा है। अगैती बोई गई धान की फसलें डूब रही हैं। इसके अलावा सब्जियों की फसलों को नुकसान हो रहा है। सासनी क्षेत्र से गुजरने वाला गंदा नाला और सिकदराराऊ क्षेत्र से गुजरने वाली ईशन नदी ओवरफ्लो होने से किसानों को परेशान कर रही है। जिन घरों के आसपास पानी भरा हुआ है उनकी छतें व दीवारें गिरने लगी हैं। इससे घर के अंदर सोने वालों को डर लग रहा है। पिछले दिनों हुए हादसों में लगभग 15 लोग घायल हो चुके हैं। मौसम जैसे ही खुलता है दीवारें चटकनें लगती हैं। कच्चे मकानों और टिन शेड में रहने वालों के लिए अधिक मुसीबत है।
पशु बांधन को जगह नहीं
उधर, गांवों में बुर्जी व बिटौरों को भी नुकसान हो रहा है। अधिक पानी भरने से बहने लगे है। यह बारिश पशुओं के लिए भी मुसीबत है। खुले में और दलदल में बंधे हुए हैं। वहां पानी भरने पर और बुरा हाल हो जाता है।
सिकंदराराऊ से गुजरने वाले जीटी रोड का बुरा हाल है। पंत चौराहे से लेकर एटा रोड की ओर आगे तक चौड़े व गहरे गड्ढे हो गए हैं। यहां रोजाना वाहन पलट रहे हैं। मिट्टी और गिट्टी डालने के बाद पानी पड़ने पर और खराब स्थिति हो जाती है। हसायन क्षेत्र में लिंक रो़ड की स्थित भी बहुत खराब है।
बिजली संकट गहराया
बारिश के कारण बिजली संकट बढ़ता ही जा रहा है। जर्जर लाइन व ट्रांसफार्मर की खराबी के कारण ब्रेकडाउन हो रहे है। एक स्थान पर फाल्ट सही होता है तो दूसरे स्थान पर फिर हो जाता है। ग्रामीण क्षेत्र की हालत तो बहुत खराब है। लोग मोबाइल तक चार्ज नहीं कर पा रहे हैं।