अब सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की होगी निगरानी, जानिए कैसे Aligarh News

बीएसए सतेंद्र कुमार ढाका ने बताया कि लंबे समय से विद्यार्थी पढ़ाई से दूर रहे हैं। इससे काफी हद तक उनकी पढ़ाई करने की क्षमता में गिरावट आना भी लाजिमी है। पढ़ाई भी छूटी है ऐसे में जरूरी है कि कक्षाओं में विद्यार्थी पूरे निर्धारित समय बैठें।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 11:17 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 11:17 AM (IST)
अब सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की होगी निगरानी, जानिए कैसे Aligarh News
बीएसए सतेंद्र कुमार ढाका ने बताया कि लंबे समय से विद्यार्थी पढ़ाई से दूर रहे हैं।

अलीगढ़,जागरण संवाददाता। कक्षा एक से आठवीं तक के सरकारी स्कूलों में जल्द ही जिलास्तर पर अफसरों ने शानदार कदम उठाने की योजना बनाई है। विद्यार्थियों काे गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराने और शिक्षकों की शैक्षिक गुणवत्ता संवर्धन के लिए स्कूलों के ब्लैक बोर्ड के ऊपर सीसी टीवी कैमरे लगाकर निगरानी की व्यवस्था बनेगी। कोरोना संक्रमण थमने पर लंबे समय बाद विद्यार्थी स्कूल आए हैं, ऐसे में उनकी किताब पढ़ने व अक्षरों का ज्ञान तक करने की क्षमता प्रभावित हुई है। इसलिए जरूरी है कि बच्चों की नियमित व गुणवत्तापरक कक्षाएं संचालित हों। शुरुआती चरण में कुछ विद्यालयों की कक्षाओं में सीसी टीवी कैमरे लगाकर शिक्षण कार्य पर निगरानी रखने की योजना बनाई है। अगर ये प्रयास सफल रहता है तो धीरे-धीरे हर ब्लाक के स्कूलों में ये व्यवस्था कराई जाएगी।

बीएसए सतेंद्र कुमार ढाका ने बताया कि लंबे समय से विद्यार्थी पढ़ाई से दूर रहे हैं। इससे काफी हद तक उनकी पढ़ाई करने की क्षमता में गिरावट आना भी लाजिमी है। पढ़ाई भी छूटी है ऐसे में जरूरी है कि कक्षाओं में विद्यार्थी पूरे निर्धारित समय बैठें व शिक्षक उनको जिम्मेदारी से पढ़ाई पूरी कराएं। ये तभी संभव होगा जब शिक्षक निर्धारित समय पर पूरे पीरियड में ईमानदारी से शिक्षण कार्य कराएं। इसलिए अभी शुरुआती चरण में कुछ विद्यालयों की कक्षाओं में सीसी टीवी कैमरे लगाकर शिक्षण कार्य पर निगरानी रखने की योजना बनाई है। अगर ये प्रयास सफल रहता है तो धीरे-धीरे हर ब्लाक के स्कूलों में ये व्यवस्था कराई जाएगी।

अहम बातें

- कोरोना संक्रमण थमने पर लंबे समय बाद आए विद्यार्थी की पढ़ाई की क्षमता हुई कम

- कक्षाओं में सीसी टीवी कैमरे लगाकर शिक्षकों व विद्यार्थियों की गतिविधियों पर रखी जाएगी नजर

-कोरोना संक्रमण थमने पर लंबे समय बाद विद्यार्थी स्कूल आए हैं

-किताब पढ़ने व अक्षरों का ज्ञान तक करने की क्षमता प्रभावित हुई है।

-इसलिए जरूरी है कि बच्चों की नियमित व गुणवत्तापरक कक्षाएं संचालित हों।

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