अलीगढ़ में अब शासन से आटोमैटिक पास होंगे 300 वर्गगज तक के नक्शे
अभियंताओं का अड़ंगा खत्म करने के लिए शासन यह व्यवस्था शुरू करने जा रहा है। पिछले दिनों नगर विकास के प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से सभी प्राधिकरणों को इसकी तैयारी शुरू करने के निर्देश दे दिए थे।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : छोटे-छोटे भवन स्वामियों को नक्शा पास कराने के लिए एडीए के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। आटोमैटिक ही शासन स्तर से 300 वर्गगज तक के नक्शे पास हो जाएंगे। अभियंताओं का अड़ंगा खत्म करने के लिए शासन यह व्यवस्था शुरू करने जा रहा है। पिछले दिनों नगर विकास के प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से सभी प्राधिकरणों को इसकी तैयारी शुरू करने के निर्देश दे दिए थे। जल्द ही इसकी शुरुआत हो जाएगी।
शहर में सुनियोजित विकास की जिम्मेदारी अलीगढ़ विकास प्राधिकरण की है। इसी के हिसाब से प्राधिकरण नक्शे जारी करता है। अब तक 300 वर्गगज व इससे बड़े नक्शों को आनलाइन पास किया जा रहा है। 300 वर्गगज तक के नक्शों को दो श्रेणियों में पास किया जाता है। एक हाई रिस्क व दूसरी लो रिस्क होती है। लो रिस्क के नक्शों में पहले से लेआउट पास कालोनियों के भवन होते हैं। शासन से इन नक्शों को प्राथमिकता से पास करने के निर्देश हैं, लेकिन अभियंता अड़ंगा फंसाते है।
शासन से पास होंगे : लेआउट पास कालोनियों के 300 वर्गगज से कम के नक्शे शासन स्तर से ही पास हो सकेंगे। भवन स्वामी को साफ्टवेयर पर नक्शा अपलोड करना होगा। यह शासन स्तर पर पहुंच जाएगा। वहां से जांच पड़ताल के बाद आनलाइन पास कर दिया जाएगा।
नक्शा पास करवाने में उलझते हैं लोग : सूत्र बताते हैं कि एडीए में नक्शा जमा होने के बाद संबंधित जोन के जेई व अधिकारी आपत्ति लगाकर भवन स्वामी से चक्कर लगवाते हैं, फिर नक्शा पास करने का रेट तय किया जाता है।
........
नक्शे को लेकर शासन स्तर से नई पहल शुरू हुई है। अब आटोमैटिक ही नक्शा पास हो जाएगा।
डीएस भदौरिया, अधिशासी अभियंता