अब देशभर के एथलीट घर बैठे पाएंगे प्रमाणपत्र, ये है सरकार प्लान Aligarh news
एथलीट के लिए प्रमाणपत्र की उतनी ही अहमियत होती है जितनी पदक की। इसी के आधार पर सरकारी नौकरी में खेल आरक्षण का लाभ मिलता है। प्रमाणपत्र के लिए अभी तक तमाम एथलीट अपने आकाओं के मान- मनौव्वल व उगाही के शिकार होते रहे हैं।
गौरव दुबे, अलीगढ़ : एथलीट के लिए प्रमाणपत्र की उतनी ही अहमियत होती है, जितनी पदक की। इसी के आधार पर सरकारी नौकरी में खेल आरक्षण का लाभ मिलता है। प्रमाणपत्र के लिए अभी तक तमाम एथलीट अपने आकाओं के मान- मनौव्वल व उगाही के शिकार होते रहे हैं, मगर अब उनके साथ ऐसा नहीं होगा। प्रतियोगिता में भाग लेने के बाद एथलीट को घर बैठे ही प्रमाणपत्र उनकी ई-मेल आइडी पर आ जाएगा। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआइ) ने जिला या प्रदेश ही नहीं, देशभर के एथलीट़स को घर बैठे प्रमाणपत्र भेजने की व्यवस्था की है। सत्र 2021 से मेल पर ही प्रमाणपत्र मिलेंगे।
टीम मैनेजर को खोजने की समस्या होगी खत्म
यूपी एथलेटिक्स टीम में अलग-अलग जिलों व मंडल के खिलाड़ी शामिल होते हैं। प्रतियोगिता के बाद प्रमाणपत्र यूपी एसोसिएशन के पास आते हैं। वहां से टीम मैनेजर के पास पहुंचते हैं। अलग-अलग जिलों के खिलाफ या संघ पदाधिकारी एक-दूसरे से संपर्क करते रहते हैं और प्रमाणपत्र मिलने मेें महीनों लग जाते हैं। अब इससे निजात मिलेगी।
ई-मेल व मोबाइल नंबर जरूरी
नई व्यवस्था लागू होने से एथलीट को अपनी ई-मेल आइडी व मोबाइल नंबर अनिवार्य रूप से पंजीकरण फार्म में भरना होगा। अगर ग्रामीण क्षेत्र के किसी एथलीट को दिक्कत आती है तो जिला संघ के पदाधिकारी एथलीट की ई-मेल आइडी तैयार कराने में मदद करेंगे। ई-मेल के जरिये आनलाइन पंजीकरण कराने की व्यवस्था पहले ही की जा चुकी है। पंजीकरण में भी किसी का हस्तक्षेप नहीं होगा।
बचेगी राशि, सुरक्षा भी
एक सामान्य प्रमाणपत्र बनाने में लगभग 70 से 80 रुपये का खर्च आता है। सैकड़ों एथलीट के प्रमाणपत्र बनाने में लगने वाली राशि बचेगी। इसे खेल व खिलाड़ी हित में इस्तेमाल किया जा सकेगा। प्रमाणपत्र भी एथलीट के पास हमेशा सुरक्षित रहेगा। प्रमाणपत्र को स्कैन कर फर्जीवाड़ा करने वालों पर भी नकेल लगेगी।
क्या कहते हैं एथलीट
कोरोना काल से पहले नेशनल खेलने गुंटूर गया था। कोविड-19 के चलते अभी तक प्रमाणपत्र अटका है। नई व्यवस्था से एथलीट््स को काफी लाभ मिलेगा।
अमित चौधरी, नेशनल एथलीट
पूर्व में कई बार प्रमाणपत्र पाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। एक नेशनल का अभी तक नहीं मिला है। आनलाइन प्रमाणपत्र मिलने से समस्या खत्म होगी।
सना अंजुम, नेशनल एथलीट, एएमयू
इनका कहना है
यूपी एसोसिएशन से इस संबंध में पत्र मिल गया है। नए सत्र से इसी व्यवस्था के तहत प्रमाणपत्र दिए जाएंगे। इससे एथलीट व ऑफिशियल्स को भी सहूलियत रहेगी।
शमशाद निसार आजमी, सचिव, जिला एथलेटिक्स संघ
एथलीट को प्रमाणपत्र मिलने संबंधी जटिलताओं को खत्म करने के उद्देश्य से एएफआइ ने आनलाइन प्रमाणपत्र जारी करने का फैसला किया है। 2021 से हर एथलीट को आनलाइन प्रमाणपत्र मिलेंगे।
पीके श्रीवास्तव, सदस्य, एएफआइ कोर कमेटी व सचिव यूपी एथलेटिक्स संघ