The lethargy of the police : पशु चोरी करने वाले बदमाशों का 15 दिन बाद भी सुराग नहीं Aligarh news
मडराक थाना क्षेत्र के गांव मनोहरपुर कायस्थ में पशुओं को ले जाने के दौरान युवक को गोली मारने वाले बदमाशों का 15 दिन बाद भी कोई पता नहीं चल सका है। पुलिस ने गांव के कई लोगों से पूछताछ की है। आगरा रोड के सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। मडराक थाना क्षेत्र के गांव मनोहरपुर कायस्थ में पशुओं को ले जाने के दौरान युवक को गोली मारने वाले बदमाशों का 15 दिन बाद भी कोई पता नहीं चल सका है। पुलिस ने गांव के कई लोगों से पूछताछ की है। आगरा रोड के सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले। लेकिन, अभी तक पुलिस खाली हाथ है। इधर, अस्पताल से युवक को छुट्टी मिल गई है। उसकी हालत खतरे से बाहर है।
तीन अक्टूबर की रात बदमाशों ने मारी थी गोली
मडराक थाना क्षेत्र के गांव मनोहरपुर कायस्थ निवासी 35 वर्षीय कुमरपाल के परिवार में पत्नी व मां लौंगश्री हैं। भाई व पिता की कई साल पहले मौत हो चुकी है। कुमरपाल बकरा-बकरी पालकर परिवार का पालन पोषण करता है। तीन अक्टूबर की देररात रोज की तरह कुमरपाल बाहर चबूतरे के पास बंधे पशुओं के पास चारपाई पर सो रहे थे। देररात करीब पौने दो बजे चार कच्छा-बनियानधारी बदमाश आए। पांच बकरा व पांच बकरियों को खोल लिया, तभी कुमरपाल की आंख खुल गई। उसने विरोध किया तो बदमाशों ने एक हवाई फायर किया और कुमरपाल की कनपटी पर तमंचा रखकर पशुओं के साथ उसे भी करीब दो सौ मीटर तक ले गए। मौका पाते ही कुमरपाल ने शोर मचाया तो बदमाशों ने फायरिंग कर दी। एक गोली कुमरपाल के पेट में जा लगी। शोर सुनकर ग्रामीण मौके की ओर दौड़े। इसे देख बदमाश बाजरे के खेत में घुस गए। यहां एक बकरे को छोड़कर फरार हो गए। युवक को जेएन मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। उसकी हालत अब ठीक है।
कच्छा बनियान धारी गिरोह पर आरोप
ग्रामीणों के मुताबिक, बदमाश कच्छा-बनियान धारी गिरोह से थे। इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार सिंह ने बताया कि कुमरपाल की तहरीर पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ चोरी की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया। टीमें लगाई गई हैं। बदमाशों की तलाश की जा रही है।